भिवानी: बुधवार रात करीब 8 बजे की बात है. भिवानी के पशुचिकित्सा पॉलीक्लिनिक में इलाज करने वाले डॉक्टरों को फोन किया गया कि एक बछड़े का एक्सीडेंट हो गया है. बछड़ा गंभीर रूप से घायल है और अचेत अवस्था में है. ये खबर सुनकर डॉक्टरों ने ना तो रात का बहाना बनाया और ना ही कोई आनाकानी की. उन्होंने बछड़े का इलाज करने का जिम्मा उठाया और कहा उसे पॉलीक्लिनिक लेकर आइये.
सूचना मिलते ही डॉक्टर सुभाष और राकेश कुमार तुरंत वेटरनरी पॉलीक्लिनिक भिवानी पहुंचे. करीब साढ़े आठ बजे बछड़े को भिवानी वेटरनरी पॉलीक्लिनिक में लाया गया. जब बछड़ा अस्पताल में पहुंचा तो उसकी हालत बहुत खराब थी. उसको काफी ज्यादा जख्म लगे थे और उसका गुदा फट गया था. पॉलीक्लिनिक में कार्यरत डॉक्टर सुभाष और राकेश कुमार ने तुरंत उसका इलाज शुरू किया. लेकिन बछड़े की हालत ऐसी थी कि सामान्य इलाज से उसे कोई फायदा नहीं होता. इसलिए इमरजेंसी ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया.
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बिना किसी देरी किये बछड़े का उपचार शुरु किया गया. रात करीब साढे आठ बजे से लगभग 11 बजे यानि ढाई घंटे तक उसका ऑपरेशन चला. बछड़े की सर्जरी करके फटे हुए हिस्से को सफलतापूर्वक सिल दिया गया. सर्जरी के बाद बछड़े की जान बच गई और उसकी हालत में सुधार है. सर्जरी के बाद डॉक्टर सुभाष और राकेश कुमार ने बताया कि बछड़ा सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल था. वो अचेत अवस्था में था. बछड़े का गुदा गंभीर रूप से फटा हुआ था. इसलिए तुरंत उसके ऑपरेशन की जरूरत थी.
इस बारे में पशु पालन विभाग के उप निदेशक डॉक्टर रविंद्र सहरावत और एसडीओ डॉक्टर प्रदीप ने बताया कि कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल के निर्देशानुसार हरियाणा का पशुपालन विभाग जानवरों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह गंभीर है. पशुओं के उपचार के लिए पशु चिकित्सक दिन-रात अलर्ट रहते हैं. हरियाणा के पशुपालकों के सामने इलाज को लेकर किसी तरह की समस्या नहीं आने दी जायेगी.
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