भिवानी: लोहारू हलके की मंडियों में चल रही बाजरे की सरकारी खरीद में आढ़तियों द्वारा बड़े पैमाने पर गोलमाल किया जा रहा है. आढ़तियों पर आरोप लग रहे हैं कि यहां कहीं भी सही तरीके से साफ-सफाई करके माल नहीं भरा जा रहा है. बिना साफ किया और पहले से स्टॉक कर रखा हुआ इल्ली लगा बाजरा तक सरकारी बैगों में भरा जा रहा है.
बाजरे से भरा ट्रक हैफेड गोदाम से लौटा वापस
ये मामला संज्ञान में आने के बाद इल्ली लगे बाजरे का एक ट्रक जिसमें 158.5 क्विंटल बाजरा भरा गया था, गोदाम से वापस लौटाया गया है. हैफेड मैनेजर गोकुलचंद का कहना है कि बाजरा खरीद के मानदंडों का पूरी तरह पालन करने की हिदायतें आढ़तियों को दे दी गई हैं. यदि कोई आढ़ती इन मानदंडों का पालन नहीं करता है तो उसका माल उसी के खर्चे पर वापस लौटाया जाएगा.
आढ़तियों पर खराब क्वालिटी का बाजरा सप्लाई करने के आरोप
आपको बता दें कि लोहारू हलके के ढ़िगावा, सिधनवा, बहल, बुद्धशैली, सिवानी, बड़वा, ओबरा सहित कई स्थाई और अस्थाई मंडियां चल रही हैं. बाजरे का बाजार भाव और एमएसपी में भारी अंतर भी है. ऐसे में ज्यादा फायदा कमाने के चक्कर में अनेक आढ़तियों ने बाजरे का स्टॉक कर रखा है.
कहा तो ये भी जा रहा है कि राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र तक से बाजरा लाकर लोगों ने स्टॉक किया हुआ है. तेज तर्रार आढ़ती किसानों को थोड़ा बहुत लालच देकर उनके टोकन पर अपना स्टॉक किया हुआ पुराना माल सरकार को बेच रह हैं.
नियमानुसार खरीद एजेंसी के अधिकारियों को प्रत्येक ढ़ेरी का सावधानी से जांच करने के बाद ही पास करना होता है लेकिन जिस ढंग से पुराना इल्ली लगा और मिलावट वाला बाजरा खरीदा जा रहा है. उसको देखते हुए खरीद करने वाले अधिकारियों की भूमिका पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं.
माल खराब पाए जाने पर आढ़ती के खर्चे पर लौटाया जाएगा वापस
हैफेड मैनेजर गोकुलचंद ने पत्रकारों को बताया कि बाजरे की खरीद के लिए सरकार द्वारा लागु किए गए मानदंडों और हिदायतों से सभी आढ़तियों को अवगत करवा दिया गया है. उन्होंने कहा कि हम खुद देख परखकर ढ़ेरियों को पास करते हैं, फिर भी यदि कोई आढ़ती नियमों का उल्लंघन करते हुए मिला और उसने खराब बाजरा बैगों में भरा तो उसका माल आगे से उसी के खर्चे पर वापिस लौटा दिया जाएगा.
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