भिवानी: रविवार को हरियाणा सरकार द्वारा बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों के धरने व क्रमिक अनशन को सर्व कर्मचारी ने उनकी गैर मौजूदगी में संभाला. उन्होंने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर रोष प्रकट किया. कर्मचारियों का नेतृत्व सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान सुखदर्शन सरोहा ने किया.
कला अध्यापक संघ के प्रवीण कुमार और रोडवेज संघ के वरिष्ठ उप प्रधान नरेंद्र दिनोद ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के धैर्य की परीक्षा ना ले. समय रहते सभी पीटीआई अध्यापकों को बिना शर्त बहाल करे. उन्होंने कहा कि साल 2010 में हरियाणा शारीरिक शिक्षकों ने सारी प्रक्रिया पूरी करके ही लगे थे, लेकिन बीजेपी सरकार ने अपनी ओछी मानसिकता दिखाते हुए उनको बाहर का रास्ता दिखा दिया और अब दोबारा से टेस्ट रखवाकर अपनी मनमानी करने पर उतारू है.
उन्होंने कहा कि जब किसी कर्मचारी का चयन एक बार हो जाता है, तो उसे बार-बार इस प्रकार प्रताड़ित करने का क्या औचित्य है. सरकार में बैठे अधिकारी शायद इस बात को भूल गए हैं.
बता दें कि, 23 अगस्त को कोर्ट के आदेश पर हरियाणा सरकार पीटीआई अध्यापकों की दोबारा से परीक्षा आयोजित करा रही है. प्रदेश सरकार ने इनके लिखित टेस्ट लेने के लिए करनाल ,पानीपत, कैथल ,हिसार व कुरुक्षेत्र में कुल 5 सेंटर बनाए हैं. जिसके विरोध में पीटीआई अध्यापक इन सेंटरों से अलग जिलों में चले गए हैं. इसलिए सर्व कर्मचारी संघ इन पीटीआई अध्यापकों की जगह पर प्रदर्शन कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें: भिवानी में पीटीआई यूनियन ने किया पीटीआई परीक्षा का बहिष्कार