भिवानीः हरियाणा के भिवानी में ठेका सफाई कर्मियों ने आऊटसोर्स सफाई कर्मियों को वापिस नौकरी पर रखने की (Bhiwani sanitation workers demand) मांग को लेकर जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा है. सफाई कर्मियों ने नाम कौशल रोजगार निगम में दर्ज करने की भी मांग की है. नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा के जिला प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि पहले इन कर्मचारियों को वेतन नगर परिषद द्वारा दिया जाता था, लेकिन एक सितंबर से नए टेंडर के तहत वेतन ठेकेदार द्वारा दिया जाएगा.
नगरपालिका कर्मचारी संघ हरियाणा (Municipal Employees Union Haryana) के जिला प्रधान सुरेश कुमार ने बताया कि कर्मचारियों को ठेका प्रथा के तहत लगाया गया था लेकिन अब फिर दोबारा टेंडर किया जा रहा है. उनका कहना है कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार जहां देश को स्वच्छ बनाने के लिए स्वच्छ भारत अभियान (Clean India Movement) के नाम पर करोड़ों रूपये बहा रही है लेकिन भिवानी में आऊटसाेर्स पर रखे कर्मचारियों को निकालने के लिए टेंडर निकाला जा रहा है. उन्होंने बताया कि पिछले 8-9 वर्षो से सफाई कर्मी ठेके पर लगे हुए हैं और नये टेंडर में बहुत से कर्मचारियों की नौकरियां चली जाएंगी.
बता दें की, पहले भी सफाई कर्मियों को ठेके पर ही रखा गया था लेकिन अब फिर से सफाई कर्मियों को रखने के लिए टेंडर (Tender for Safai Karamchari in Bhiwani) किया जा रहा है. सफाई कर्मचारियों का कहना है कि नये टेंडर में बहुत से कर्मचारियों को निकाल दिया जाएगा. इसलिए सफाई कर्मी नौकरी जाने के डर से परेशान हैं और उन्हें दोबारा रखने की मांग कर रहे हैं. उनका कहना है कि सफाई कर्मियों को पिछले 2 माह से वेतन भी नहीं मिला है. ठेका सफाई कर्मियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 24 घंटे में कर्मचारियों की मांगें पूरी नहीं हुई तो वे सडकों पर उतरकर आंदोलन करेंगे.