भिवानी: जिले में रुपयों के लालच में आपदा को अवसर बनाने के गंदे गोरखधंधे का भंडाफोड़ हुआ है. ये भंडाफोड़ सीआईए-2 पुलिस ने किया है. जिसे शिकायत मिली थी कि एक निजी अस्पताल में रेडमेसिविर इंजेक्शन 35-35 हजार रुपये में बेचे जा रहे हैं. हैरानी की बात ये भी है कि ये इंजेक्शन नकली बताए जा रहे हैं. फिलहाल पुलिस ने मेडिकल स्टोर संचालक को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.
बात करें भिवानी की तो यहां सीआईए-2 पुलिस ने रोहतक गेट स्थित एक निजी अस्पताल के मेडिकल स्टोर संचालक इंद्र को रेडमेसिविर इंजेक्शन 35-35 हजार रुपये में बेचने पर गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कालाबाजारी को लेकर सोशल मीडिया पर जानकारी देने के लिए बार-बार अपील की थी.
इसी प्रकार किसी ने सीआईए-2 इंचार्ज इंस्पेक्टर श्रीभगवान यादव को जानकारी दी कि उन्हें रेडमेसिविर के दो इंजेक्शन 70 हजार रुपये में दिए गए हैं. छापेमारी में ये बात सिद्ध होने पर पुलिस ने स्टोर संचालक इंद्र को गिरफ्तार किया.
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मेडिकल स्टोर संचालक व इंजेक्शन काबू कर पुलिस ने ड्रग इंस्पेक्टर को मौके पर बुलाया. ड्रग इंस्पेक्टर मनीष ग्रोवर ने बताया कि इस रेडमेसिविर इंजेक्शन की कीमत 5400 रुपये है, जो पुरानी कीमत है. अब ये इंजेक्शन 3700 रुपये की कीमत में आता है.
हैरानी की एक और बात ये है कि प्राथमिक जांच में ये इंजेक्शन नकली लग रहे हैं. जिसे जांच के लिए लैब भेजा जा रहा है. पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी इंद्र से पूछताछ में ऐसी कालाबाज़ारी के और भी कई बड़े ख़ुलासे होंगे.
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