भिवानी: स्थानीय लघु सचिवालय के बाहर चल रहे धरने पर शारीरिक शिक्षक लगातार अपनी बहाली की मांग कर रहे हैं. वो अपने खून से लिखे पत्रों को भी लगातार उच्च अधिकारियों की माध्यम से भेज रहे हैं, लेकिन सरकार का फिर भी दिल नहीं पसीजता है. सरकार का इस प्रकार क्रूर होना कर्मचारी विरोधी होना दर्शता है. ये बात शारीरिक शिक्षक संघर्ष समिति के जिला प्रधान दिलबाग जांगड़ा ने धरनारत शारीरिक शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कही.
इस दौरान शारीरिक शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने अपने खून से लिखे पत्र को राज्यपाल के नाम भेजा. मा. सुखदर्शन सरोहा जिला प्रधान, सुरजभान जटासरा सचिव, राजेश सम्भ्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि काफी लम्बे समय से वो आंदोलनरत हैं. भाजपा सरकार द्वारा सभी प्रक्रियाएं भी पूरी हो चुकी हैं, लेकिन सरकार उनको नियमित नहीं कर रही है. जिससे सरकार की मंशा भी साफ जाहिर होती है.
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उन्होंने कहा कि आज शारीरिक शिक्षकों के सामने भूखमरी की कगार पैदा हो गई है उनके परिजनों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ये शारीरिक शिक्षक ठंड के मौसम में सुबह से लेकर शाम तक अपनी बहाली की मांग कर रहे हैं. इस दौरान अधिकतर शारीरिक शिक्षकों का तो पूरा परिवार धरने पर बैठा है. सभी शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि जब तक उनको स्कूल शिक्षा विभाग में समायोजित नहीं किया जाता तब तक उनका धरना ऐसे ही चलता रहेगा.