भिवानी: हरियाणा शारीरिक शिक्षकों ने खेल दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया. उन्होंने स्थानीय लघु सचिवालय से भीम स्टेडियम तक अपने सिर पर काली पट्टी बांधकर जोरदार प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया. सभी शारीरिक शिक्षकों ने अपनी बहाली की मांग को लेकर खेलमंत्री सरदार संदीप सिंह का प्रतिकात्मक पुतला दहन किया.
शारीरिक शिक्षक के पूर्व राज्य प्रधान राजेश ढांडा और हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ के जिला प्रधान अजीत राठी ने कहा कि बीजेपी सरकार एक तरफ तो आज खेल दिवस पर खिलाड़ियों का सम्मान कर रही है. वहीं दूसरी ओर इन खिलाड़ियों को तैयार करने वाले शारीरिक शिक्षकों को बर्खास्त कर अपनी ओछी मानसिकता का परिचय दे रही है. उन्होंने कहा कि वर्ष 2010 में लगे 1983 पीटीआई अध्यापक लगातार आंदोलन कर अपनी बहाली की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में विधायक, मंत्री यहां तक कि मुख्यमंत्री को भी अवगत करवा दिया, लेकिन मुख्यमंत्री ने भी इनकी कोई सुध नहीं ली है. उल्टा उन्हें दोबारा टेस्ट के लिए मजबूर किया जा गया. उन्होंने कहा कि 2010 में वे सभी प्रक्रिया पूरी करके ही नौकरी पर लगे थे, फिर दोबारा टेस्ट का क्या औचित्य रह गया है.
उन्होंने कहा कि शारीरिक शिक्षकों ने ही खिलाड़ियों की पौध को तैयार किया था. जिसकी वजह से आज हरियाणा खेलों में नंबर एक स्थान पर आता है, लेकिन सरकार ने उनके इस परिश्रम को भी नजर अंदाज कर दिया है.
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