भिवानी: भिवानी में मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर महाभारत जारी है. ये महाभारत प्रेमनगर गांव में प्रस्तावित मेडिकल को भिवानी शहर में बनाने पर शुरू हुई है. जिसके रोष में ग्रामीणों एक सप्ताह पहले दिए अल्टीमेटम के मुताबिक आज दोबारा से भारी पुलिस बल के चलते यूनिवर्सिटी को ताला नहीं जड़ पाए. हालांकि ग्रामीणों ने कल तक सीएम के साथ वार्ता ना होने पर आंदोलन जारी रखने को कहा है.
बता दें कि प्रेमनगर गांव के लोगों ने अपने गांव की 125 एकड़ जमीन यूनिवर्सिटी और मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार को दी थी. 29 जूलाई 2017 को सूबे के सीएम मनोहर लाल व तत्कालिक केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने गांव प्रेमनगर में मंडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी थी और 1.5 साल में कॉलेज का निर्माण पूरा करने की बात कही गई थी.
अब चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी तो बन रही है, लेकिन मेडिकल की चारदीवारी निकाल कर अब इसे भिवानी शहर में बनाने की तैयारी है. इसी को लेकर ग्रामीण महीनों से धरना दिए हुए हैं. गुस्साए ग्रामीणों ने बीते सोमवार को यूनिवर्सिटी पर ताला जड़ दिया था.
ये भी पढ़ें- फूलों की खेती से मालामाल हो रहे हैं पलवल के किसान
इसके बाद डीसी जयबीर सिंह आर्य ने एक सप्ताह का समय मांगा था और कहा था कि ग्रामीण मेडिकल की जगह कोई दुसरा संस्थान बनवा लें, क्योंकि ये जगह मेडिकल कॉलेज के लिए अनफिट हो चुकी है. ग्रामीणों ने तब कहा था कि मेडिकल कॉलेज नहीं तो यूनिवर्सिटी भी नहीं और उनकी मांग पूरी नहीं हुई तो वो अगले सोमवार चौधरी बंसीलाल यूनिवर्सिटी को हमेशा के लिए ताला लगा देंगे.
तय कार्यक्रम के अनुसार आज बवानीखेड़ा हलके के अधिकतर गांवों के लोग प्रेमनगर पहुंचे और महापंचायत की. ग्रामीणों की चेतावनी पर एसडीएम महेश कुमार और डीएसपी वीरेन्द्र सिंह भारी पुलिस बल सहीत मौके पर मौजूद रहे. ऐसे में भारी पुलिस बल के चलते ग्रामीण चाह कर भी यूनिवर्सिटी को आज ताला नहीं लगा पाए. हालांकि प्रेमनगर के पूर्व सरपंच संदीप माल्याण ने कहा कि प्रशासन को कल तक सीएम से वार्ता का समय मांगा है. मांग पूरी नहीं हुई तो उनका आंदोलन जारी रहेगा.
ये भी पढे़ं- 15 साल की दुल्हन की विदाई के समय पहुंची पुलिस, 24 साल का दूल्हा और दुल्हन का चाचा गिरफ्तार