भिवानी : पराली के चलते प्रदूषण का मामला काफी ज्यादा गर्माया हुआ है. ऐसे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी राज्यों के बीच चल रहा है. एक राज्य दूसरे राज्य पर इसका पूरा ठीकरा फोड़ रहा है. इसी कड़ी में भिवानी पहुंचे हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि पराली जलाने को लेकर राज्य सरकार इस बार काफी ज्यादा अलर्ट थी और किसानों को जागरुक करने के लिए सरकार ने ख़ास कोशिशें की. नतीजा ये रहा कि पंजाब के मुकाबले हरियाणा में सिर्फ 7 प्रतिशत पराली जलाने की घटनाएं सामने आई हैं. उन्होंने किसानों को धन्यवाद भी दिया और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने को लेकर हरियाणा सरकार से जानकारी मांगी थी और राज्य सरकार ने बेहतर पराली प्रबंधन को लेकर किए गए उपायों के बारे में जानकारी कोर्ट को दे दी है.
90 प्रतिशत धान मंडियों में पहुंचा : कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आगे बोलते हुए कहा कि हरियाणा की मंडियों में फसल का 90 प्रतिशत धान पहुंच चुका है और अभी तक के पराली जलने के आंकड़े से साफ हो जाता है कि राज्य में पराली जलाने की घटनाओं में बड़े पैमाने पर कमी आई है. वहीं पंजाब की बात करें तो वहां की मंडियों में सिर्फ 60 प्रतिशत धान ही पहुंचा है जो बताता है कि पंजाब के खेतों में अभी भी धान और पराली मौजूद है.
हरियाणा में बेहतर पराली मैनेजमेंट : कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि हरियाणा सरकार ने पराली प्रबंधन को लेकर बड़े पैमाने पर मशीनें किसानों को दी. इसके अलावा धान नहीं लगाने वाले किसानों को 7 हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी दी गई. साथ ही पराली को जगह-जगह स्टॉक करके रखने के इंतज़ाम किए गए. इसके अलावा पराली से संबंधित उद्योगों को भी बढ़ावा देने का काम राज्य सरकार ने किया है. वहीं पराली ना जलाने पर एक हज़ार रुपए की प्रोत्साहन राशि भी किसानों को दी जा रही है.
पंजाब को नसीहत : कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आगे पंजाब सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि पंजाब सरकार को भी हरियाणा सरकार की तर्ज पर किसानों की पराली के लिए मशीनरी और पराली प्रबंधन के इंतजाम करने चाहिए. साथ ही किसानों को जागरुक करने की भी दरकार है जिससे पराली जलाने के मामलों में कमी लाई जा सके.
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