भिवानी: पैरा एशियन गेम्स के डिस्कस थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीतकर भिवानी के प्रदीप कुमार ने इतिहास रच दिया है. प्रदीप ने चीन में आयोजित चौथे पैरा एशियन गेम्स के डिस्कस थ्रो एफ-64 इवेंट में 46.41 मीटर थ्रो कर देश के लिए सिल्वर मेडल जीता. उनकी इस उपलब्धि पर उनके पैतृक गांव नौरंगाबाद में प्रदीप के परिजनों और ग्रामीणों ने मिठाई बांटकर खुशी मनाई.
नौरंगाबाद गांव भिवानी के प्रदीप कुमार ने सिलाई की मशीन से कपड़े सिल कर अपना गुजर-बसर करते हुए पैरा एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल तक का सफर तय किया है. प्रदीप कुमार की मां ओमली देवी ने कहा कि प्रदीप ने इस जीत के लिए कड़ी मेहनत की है. उसी का परिणाम है कि प्रदीप ने ये मुकाम हासिल किया है. जब प्रदीप के रिश्तेदारों और ग्रामीणों को उनके पैरा एशियन गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने की सूचना मिली, तो प्रदीप के घर बधाइयों का तांता लग गया.
इस मौके पर प्रदीप के चाचा ने कहा कि प्रदीप ने निरंतर मेहनत करते हुए इस मुकाम को हासिल किया है. जो देश के लिए गौरव की बात है. प्रदीप ने सिल्वर मेडल लेते हुए ना केवल गांव, प्रदेश, बल्कि देश का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि जब प्रदीप गांव वापस आएगा, तो उसका धूमधाम से स्वागत किया जाएगा. प्रदीप की मां ने बताया कि प्रदीप सिलाई-कढ़ाई करके अपना खर्च निकालता था. जबकि उन्होंने पशुपालन व्यवसाय के माध्यम से खूब घी, दूध और दही खिलाया, उसी का नतीजा है कि उनका बेटा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए सिल्वर मेडल जीत पाया है.
प्रदीप के भाई जयबीर ने बताया कि प्रदीप भिवानी के भीम स्टेडियम में 2012 से प्रैक्टिस कर रहा है. वो अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटा है. उन्होंने 2018 के पैरा एशियाई खेलों में भी देश के लिए सिल्वर मेडल प्राप्त किया था. प्रदीप ने साल 2012 में नेशनल ओपन में सिल्वर मेडल जीता था. साल 2018 में उन्होंने नेशनल ओपन में गोल्ड मेडल जीता. 2021 में दुबई में आयोजित फेजा पैरा एथलेटिक्स प्रतियोगिता में उन्होंने सिल्वर मेडल जीता. साल 2018 में इंडोनेशिया में आयोजित पैरा एशियन खेलों में प्रदीप ने सिल्वर मेडल जीता. उनकी इस जीत से परिवार और गांव के लोगों में खुशी का माहौल है.