भिवानी: हरियाणा में मॉनसून की वजह से हर साल करोड़ों का अनाज सही भंडारण के अभाव में भीग जाता है. बावजूद इसके प्रशासन नहीं जाग रहा है. हरियाणा के सभी जिलों के वेयर हाउस में मॉनसून से निपटने के लिए क्या तैयारियां की गई हैं. ये जानने के लिए EtvBharat ने 'ऑपरेशन गोदाम' की शुरुआत की है. 'ऑपरेशन गोदाम' की इस कड़ी में हमने देखा कि भिवानी के गोदामों में 50% अनाज खुले में रखा हुआ है.
दावों का निकला दम!
भिवानी में अतिरिक्त अनाज मंडी भी है. जहां 4 एजेंसियों का अनाज स्टोर किया जाता है. यहां मॉनसून की पहली बारिश ने ही प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी. खुले में पड़ा अनाज तिरपाल के सहारे स्टोर तो किया गया था, लेकिन फिर भी अनाज भीग गया. इसके अलावा नीचे से पानी न आए इसके लिए अनाज रखने के लिए ऊंची जगह का इस्तेमाल किया गया . लेकिन ये इंतजाम नाकाफी नजर आए.
भिवानी में 4 एजेंसियां गेहूं की खरीद का काम करती हैं. जिनके अपने गोदाम भी हैं , इसकी खरीद के लिए भिवानी की 11 अनाज मंडियों को खरीद केंद्र बनाया जाता है.
भिवानी में क्या है गोदामों में अनाज का हाल ?
- भिवानी के स्टॉक में फिलहाल 1 लाख 78 हजार 500 मीट्रिक टन गेहूं है
- बाकी गेहूं को रेलवे, रोड ट्रांसपोर्ट , अनाज मिलों और खाद्य आपूर्ति वितरण प्रणाली के जरिए बांटा जा चुका है
- भिवानी में खुले में रखने वाले अनाज की मात्रा लगभग 1 लाख 2 हजार 500 मीट्रिक टन है
- जिन्हें खुले में लकड़ी के फट्टों पर तिरपाल से ढक कर रखा गया है
अगर बात करें भिवानी के खाद्य आपूर्ति विभाग की अनाज मंडी की, तो यहां भंडारण की अच्छी सुविधा देखने को मिली, लेकिन वहीं अगर बात करें हरियाणा वेयर हाउस कॉरपोरेशन के गोदाम की तो वहां हालात इसके एकदम उलट थे. गोदाम जर्जर हालत में थे तो वही अनाज को स्टोर करने के लिए भी कोई खास इंतजाम नहीं किए गए थे.