भिवानी: किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन और सुपर सीडर मशीन के लिए जानकारी देने के लिए कृषि विभाग ने 49 गांवों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं. जिला उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य के निर्देशानुसार इन नोडल अधिकारियों को नियुक्त किया गया है. ये नोडल अधिकारी प्रतिदिन मशीनों के काम की प्रगति रिपोर्ट कृषि विभाग के पोर्टल पर अपलोड करेगें, ताकि लघु एंव सीमान्त किसान इन मशीनों का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकें.
सहायक कृषि अभियन्ता नसीब सिंह धनखड़ ने बताया कि भिवानी जिले में इस वर्ष कुल 180 सुपर सीडर मशीन किसानों को सब्सिडी पर दी गई है. उन्होंने बताया कि ये मशीन फसल अवशेषों को काटकर मिट्टी में मिला देती है और इसके साथ ही गेंहू की बिजाई भी करती है. उन्होंने कहा कि इस मशीन की मदद से किसान के धन और समय की बचत होगी और इसके कारण जिले में फसल अवशेषों को जलाने के मामलों में कमी आएगी.
सहायक कृषि अभियन्ता नसीब सिंह धनखड़ ने बताया कि आधुनिक फसल अवशेष प्रबन्धन मशीनें किसानों को 50 से 80 प्रतिशत सब्सिडी पर उपलब्ध करवाई गई है, जिनमें सुपर सीडर नाम की मशीन की कार्य प्रणाली किसानों को बहुत ही पसन्द आई है.
कृषि विभाग के उप निदेशक आत्माराम गोदारा ने बताया कि एक एकड़ में लगभग दो टन पराली होती हैं, अगर इस पराली को सुपर सीडर द्वारा मिट्टी में मिला देते हैं तो 10 से 18 किलोग्राम नाईट्राजन, 2.4 किलोग्राम फॉसफोरस, 40 किलोग्राम पोटाशियम, 80 किलोग्राम सिलिका, 800 किलोग्राम कार्बन मिलता है. जिसके कारण किसान रसायनिक खाद का कम प्रयोग करके भी अपनी पैदावार बढ़ा सकता है.
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