भिवानी: राष्ट्रीय पोषाहार मिशन के तहत एक सितंबर से 30 सितंबर तक महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से पौष्टिक आहार, व्यक्तिगत स्वच्छता, महिलाओं, किशोरियों और शिशुओं की देखभाल के बारे में विशेष अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान का उद्देश्य वर्ष 2022 तक भारत को कुपोषण से मुक्त करना है.
इस अभियान के तहत भिवानी में महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग और ग्रामीण विकास विभाग के सहयोग से ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में कैंप लगाकर महिलाओं और नाबालिग युवतियों को पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी दी जा रही है.
पौष्टिक आहार अभियान के तहत भिवानी के हनुमान गेट क्षेत्र में कैंप का आयोजन कर महिलाओं को जानकारी दी गई. महिलाओं को पौष्टिक भोजन बनाने के तरीकों, फल और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा इस्तमाल करने, हरी पत्तेदार सब्जियों के पोषक तत्वों को बनाए रखते हुए खाने बनाने के तरीकों, विटामिन के इस्तेमाल, व्यक्तिगत स्वच्छता, शिशुओं की देखभाल, एनीमिया से बचने आदि के बारे में जानकारी दी गई.
इस मौके पर पौष्टिक आहार के विषय को लेकर स्लोग्न प्रतियोगिता और पौष्टिक आहार बनाने की प्रतियोगिता का भी आयोजन करवाया गया. जिसके बाद महिलाओं को पौष्टिक भोजन ग्रहण करवाने की शपथ दिलाने के साथ ही पौष्टिक आहार के प्रति जागरूक करने के लिए चेतना रैली का भी आयोजन किया गया.
इस मौके पर महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला प्रोजेक्ट अधिकारी परणिता गोस्वामी ने बताया कि पोषाहार अभियान को जनआंदोलन के रूप में चलाया जा रहा है. इसकी शुरूआत 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी.
ये पोषाहार महीना लगातार तीसरे साल सितंबर महीने में मनाया जा रहा है. इस अभियान के दौरान पोषाहार के प्रति गर्भवती महिलाओं, एनीमिया के प्रति युवतियों और शिशुओं की देखभाल के बारे में विशेष रूप से जानकारी दी जा रही हैं.
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