भिवानीः जिला लघु सचिवालय में गुरुवार दोपहर एकाएक भूकंप की सूचना पाकर हड़कंप मच गया. चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई, हर कोई भूकंप के झटकों की सूचना मिलते ही अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा था. पुलिस व अन्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी घायलों को बचाने में जुटे थे. हालांकि ये सच में कोई भूकंप नहीं था ये केवल एक मॉक ड्रिल थी.
लोगों में मचा हड़कंप
भिवानी प्रशासन की तरफ से भूकंप के बचाव के लिए मॉक ड्रिल की गई. भूकंप की सूचना के बाद जब लोगों को इस अफरा-तफरी के बीच की सच्चाई पता चली तो उनकी जान में जान आई. उपायुक्त अजय कुमार ने बताया कि करीब एक घंटे की ये मॉक ड्रिल भूकंप आने के बाद बचाव कार्यों के प्रबंधों की जांच के लिए की गई थी.
30 घायलों को किया रेस्क्यू
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल में 30 घायल लोगों को बचाने के लिए राहत कार्यों को जांचा गया. इस दौरान सभी लोगों को प्राथमिक उपचार के लिए रैफर किया गया. उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि हर विभाग से इस दौरान संपर्क कर उनकी यथासंभव मदद ली गई. उन्होंने बताया कि ये मॉक ड्रिल सफल रही.
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भविष्य के लिए जरूरी मॉक ड्रिल- उपायुक्त
उपायुक्त ने कहा कि भगवान ना करे कि भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से लोगों को कभी सामना करना पड़े, लेकिन फिर भी कभी ऐसी आपदा आए तो उसके लिए प्रशासन द्वारा प्रबंध भी जरूरी हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी आपदा में लोगों को जान ना गवानी पड़े, ऐसे में ये मॉक ड्रिल भविष्य के लिए जरूरी भी है और राहत व बचाव कार्यों को जांचने के लिए महत्वपूर्ण भी. इस मॉक ड्रिल के सफल आयोजन के लिए भिवानी जिला प्रशासन बधाई का पात्र है.