भिवानी: प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल (Minister JP Dalal) ने कहा कि भिवानी जिले के लोहारु हल्के में कृषि, पशुपालन, बागवानी व मछली पालन की योजनाओं के पूरी होने के बाद इस क्षेत्र का चहुंमुखी विकास (Loharu will be developed) होगा. दूसरे प्रदेशों से किसान यहां इसे देखने के लिए आएंगे. किसान व युवा वैज्ञानिकों से नवीनतम जानकारी लेकर आय (farmers income will increase) व रोजगार बढ़ाएंगे, जिससे क्षेत्र में खुशहाली आएगी. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने जनसंपर्क अभियान के तहत भिवानी जिले के बिधवान, गुढ़ा, गुरेरा, बख्तावरपुरा तथा किकराल गांवों का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनी और इसके समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए.
कृषि मंत्री ने इस दौरान किकराल गांव में 25 एकड़ में लगे खीरा और शिमला मिर्च व नेट हाउस का भी निरीक्षण कर आवश्यक निर्देश दिए. कृषि मंत्री ने युवाओं के लिए गावों में जिम, ई लाइब्रेरी तथा गांव के विकास कार्यों के लिए कई घोषणाएं की. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गोकुलपुरा गांव में चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार की 62 एकड़ से ज्यादा भूमि में रीजनल सेंटर, बहल में 10 करोड़ की लागत से लाला लाजपत राय पशु विश्वविद्यालय का केंद्र, 4 एकड़ भूमि पर वीटा का प्लांट, खरखड़ी में 120 एकड़ भूमि पर महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय, करनाल का रीजनल केंद्र, सिवानी के गरवा में मछली पालन केंद्र का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है. वहीं गिगनाऊ में इंडो इजरायल बागवानी उत्कृष्ट केंद्र का निर्माण पूरा हो चुका है.
पढ़ें: कृषि मंत्री का अधिकारियों को निर्देश: जलभराव के पानी को निकलवाकर जल्द करवाएं फसलों की बिजाई
लोहारू में बकरी प्रजनन केंद्र का निर्माण करवाया जा रहा है. इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य पूर्ण होने के उपरांत किसान व इस व्यवसाय से जुड़े लोग वैज्ञानिकों से नई नई जानकारी लेकर अपना रोजगार व आय बढ़ा सकेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार अपने खर्चे पर सिंचाई सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पंचायत की भूमि पर जोहड़ खुदवाकर बड़े बड़े टैंक बनवाने जा रही है. इन पर सोलर सिस्टम लगवाकर सूक्ष्म सिंचाई योजना से किसानों को सिंचाई सुविधा मुहैया करवाई जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार की नीतियों से किसान तो खुश हैं, लेकिन विपक्ष को यह सब रास नहीं आ रहा है.
उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि खेती की ज्योत घटती जा रही है, खेती की लागत बढ़ती जा रही है. इसलिए किसान परंपरागत खेती की बजाय बागवानी, सब्जी, मशरूम, सूअर पालन, मुर्गी पालन, भेड़ पालन, मधुमखी पालन व मच्छली पालन आदि के व्यवसाय को अपनाएं. जिससे उनकी आय व रोजगार बढ़ सकेंगे. उन्होंने कहा कि किसानों को सूक्ष्म सिंचाई योजना को अपनाना चाहिए, जिस पर सरकार द्वारा सब्सिडी दी जा रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि जहर मुक्त एवं ऑर्गेनिक खेती को बढ़ावा देने के साथ ही देशी गाय की नस्ल सुधार पर भी ध्यान दिया जा रहा है.
पढ़ें: हरियाणा के किसानों को मिलेगा ज्यादा पानी, बढ़ाई जा रही है यमुना की क्षमता- कृषि मंत्री
पशुपालन व कृषि क्षेत्र में किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं लागू की जा रही हैं. कृषि मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक होती है, वहीं नेता सेवक होते हैं. इसलिए नेताओं को जनभावनाओं की कदर करनी चाहिए. कृषि मंत्री ने कहा कि नहरी सिस्टम को दुरुस्त कर सिंचाई के पानी की व्यवस्था की जा रही है. जेपी दलाल ने कहा है कि दक्षिण हरियाणा के किसानों को सिंचाई सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए सरकार करोड़ों रुपए की लागत से यमुना की क्षमता को बढ़ाकर डेढ़ गुना करने जा रही है.
इससे दक्षिण हरियाणा की नहरों में 25 फीसदी पानी की बढ़ोतरी हो जाएगी. लोहारू विधानसभा क्षेत्र में कोई नहर, माइनर, सब माइनर को पुर्ननिर्माण के बिना नहीं रहने दिया जाएगा. कृषि मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में सरकार ने किसान व गरीबों के हित में अनेक फैसले लेकर उन्हें लाभाविंत किया है. बड़े-बड़े गांवों में मंडियां चलाकर किसान को फसल का पूरा भाव दिया गया है. प्राकृतिक आपदा से खराब हुई फसलों का पूरा मुआवजा दिया गया है. कृषि मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार 80 करोड़ लोगों को मुफ्त में अनाज दे रही है.