भिवानी: कांग्रेस की हुड्डा सरकार के कार्यकाल के अखिरी दिनों में मंजूर हुआ भिवानी का मेडिकल कॉलेज पिछले लगभग 6 सालों से कागजों में ही छिपा हुआ है. वर्ष 2016 में तत्कालीन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भिवानी के गांव प्रेमनगर में मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी थी, लेकिन चार साल बीत जाने के बाद भी वहां पर चार दीवारी के अलावा कोई निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ है.
मेडिकल कॉलेज के लिए ग्रामीणों ने दी 37 एकड़ जमीन
भिवानी का गांव प्रेमनगर भिवानी शहर से सटा हुआ है, लेकिन विधानसभा क्षेत्र के हिसाब से ये हलका बवानीखेड़ा का गांव है. इस गांव के लोगों ने यहां पर मेडिकल कॉलेज बनवाने के लिए 37 एकड़ जमीन नि:शुल्क सरकार को देने का काम किया है, लेकिन लंबे समय से मेडिकल कॉलेज न बनने से न केवल गांव प्रेमनगर के निवासी, बल्कि आस-पास के गांवों के लोग भी सरकार से इस बात को लेकर खफा हो रहे हैं.
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पूर्व सैनिक कैप्टन कंवल सिंह ने बताया कि उनके गांव प्रेमनगर में 131 एकड़ जमीन जो बंसीलाल विश्वविद्यालय के लिए और 37 एकड़ जमीन मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के लिए सरकार को पंचायत की तरफ से सालों पहले सौंप दी थी, लेकिन गांव द्वारा दान में दी गई जमीन पर अभी तक मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी शुरू नहीं हुआ है.
हालांकि, ग्रामीणों ने विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य शुरू होने की बात जरूर कही है. ग्रामीणों का कहना है कि भिवानी के गांव प्रेमनगर व राजस्थान के कोटा में एक साथ मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखी गई थी, जबकि कोटा के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की कक्षाएं भी लगनी शुरू हो गई हैं, लेकिन भिवानी के प्रेमनगर में अभी सिर्फ चारदीवारी ही खींची गई है.