भिवानी: प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा (Haryana Private School Welfare Association) का एक प्रतिनिधमंडल बुधवार को राज्य के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर से मिला. ये प्रतिनिधि मंडल शिक्षा मंत्री के पास अस्थायी मान्यता और परमिशन प्राप्त स्कूलों को एक्सटेंशन दिलवाने की मांगों को लेकर पहुंचा था. इस दौरान शिक्षा मंत्री के साथ इस मीटिंग में प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ और विधायक घनश्याम सर्राफ भी मौजूद थे.
शिक्षा मंत्री से मीटिंग के बाद प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने बताया कि शिक्षा मंत्री ने प्राइवेट स्कूलों की बातों को धैर्यपूर्वक सुना और फिर स्कूलों को एक साल एक्सटेंशन देने का निर्णय लिया. इस संबंध में अगले दो दिन में शिक्षा विभाग लेटर जारी कर देगा. रामअवतार शर्मा ने कहा कि ये निर्णय अस्थायी मान्यता और परमिशन प्राप्त प्राइवेट स्कूलों के लिए संजीवनी है. सैकड़ों स्कूल संचालक और इन स्कूलों में पढ़ रहे लाखों की संख्या में छात्र कई महीनों से परेशान थे. क्योंकि एक्सटेंशन न होने की वजह से वो अपने बच्चों का रजिस्ट्रेशन नहीं करवा पा रहे थे. स्कूल संचालकों की चिंता और बढ़ गयी जब हाल ही में मीडिया के सामने शिक्षा मंत्री ने इन स्कूलों को एक्सटेंशन देने से मना कर दिया.
ये भी पढ़ें- दस हजार की आबादी वाले सभी गांवों में लगेगा सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट- दुष्यंत चौटाला
रामअवतार ने कहा कि ये जीत उनकी नहीं सभी स्कूलों कि जीत है जिन्होंने उनके नेतृत्व में विश्वास जताया और जो एकजुट होकर बड़ी संख्या में चंडीगढ़ पहुंचे. शर्मा ने कहा कि जो प्राइवेट स्कूल पोर्टल पर 134ए की फीस रिबरशमेंट के लिए अपने बच्चों की डिटेल नहीं भर पाए थे उनके लिए पोर्टल फिर से खुलेगा और प्राइवेट स्कूलों को अपनी डिटेल भरने के लिए पर्याप्त समय दिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया है. नवमी से 12वीं कक्षाओं में 134ए के तहत पढ़ रहे बच्चों की फीस का निर्धारण और एसोसिएशन की अन्य मांगों को लेकर अन्य मांगों पर शिक्षा मंत्री, विभाग के अधिकारी और प्राइवेट स्कूलों के साथ एक सप्ताह के अंदर ही मीटिंग कर उनका समाधान करेंगे.
हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP