भिवानी: खेलों को बढ़ावा देने का दम भरने वाली हरियाणा सरकार में प्रदेश के खिलाड़ी दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं. तोशाम में महिला खिलाड़ियों को ग्रेडेशन सर्टिफिकेट (bhiwani players gradation certificate) के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं और वे भर्ती के फार्म भरने से भी वंचित रह जाते हैं. कबड्डी के खेल में स्टेट, नेशनल या इंटरनेशनल लेवल के खिलाड़ी ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनवाने के लिए खेल विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगाकर थक चुके हैं.
कबड्डी खिलाड़ी तन्नू, ममता, मनीषा, पूनम, मुस्कान आदि ने बताया कि खेल उपलब्धियों के आधार पर 5 प्रतिशत की वेटेज या खेल कोटे की सीटों पर बीए, बीकाम तथा बीएससी में भी विद्यार्थियों को ग्रेडेशन ना बन पाने के कारण खेलों की वेटेज नहीं मिल पायी थी. जिसके कारण उन्हें मनपसंद कॉलेज में दाखिला नहीं मिल पाया था. अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा खिलाड़ियों को भुगतना पड़ रहा है. खेल विभाग भिवानी में जाते हैं तो कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलता और अगले सप्ताह आने के लिए बोल दिया जाता है. खिलाड़ियों ने खेल विभाग से खेल उपलब्धियों के लिए ग्रेडेशन सर्टिफिकेट बनवाने की मांग की है.
उन्होंने बताया कि ग्रेडेशन के लिए विभाग के पास जाते हैं तो बोलते हैं कि डीएसओ नहीं है. कई बार चक्कर लगाकर थक चुके हैं, साथ ही ग्रेडेशन सर्टिफिकेट नहीं बनने से खेल कोटे से नौकरी के फार्म भी नहीं भर सकते हैं. उन्होंने बताया कि अब अर्ध सैनिक बल व रेलवे की भर्ती के लिए फार्म निकले हुए हैं वो भी ये खिलाड़ी नहीं भर सकते हैं. वहीं कबड्डी कोच बिजेंद्र बागनवाला ने बताया कि महिला कबड्डी खिलाड़ियों का ग्रेडेशन सर्टिफिकेट नहीं बनने से खिलाड़ी कोटा लेने से वंचित रह जाती हैं और उनका मनोबल भी टूटता है. इस बारे में डीएसओ प्रीतम सिंह ने बताया ग्रेडेशन के प्रात्र सर्टिफिकेट के फार्म भर सकते हैं उनका सर्टिफिकेट बना दिया जाएगा.
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