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आ गया 'जॉनी-जॉनी येस पापा' का हरियाणवी वर्जन! इंग्लिश रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद कर वीएम बेचैन ने बनाया रिकॉर्ड

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Published : Feb 25, 2021, 4:07 PM IST

Updated : Feb 25, 2021, 10:59 PM IST

वीएम बेचैन भिवानी के रहने वाले हैं. उन्होंने दो दर्जन से ज्यादा अंग्रेजी साहित्यकारों की रचना का हरियाणवी में अनुवाद किया है. वीएम बैचेन ने बताया कि जब केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए नई शिक्षा नीति की घोषणा की. तब उन्होंने हरियाणवी बोली के लिए कुछ नया और विशेष करने का मन बना लिया था.

VM Bechain Haryanvi poet and litterateur
VM Bechain Haryanvi poet and litterateur

भिवानी: हरियाणवी कवि और साहित्यकार वीएम बेचैन आजकल चर्चा का विषय बने हुए हैं. वीएम बेचैन ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी कवियों की रचना का हरियाणवी में अनुवाद किया है. इस अभूतपूर्व काम के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2021 में दर्ज हुआ है.

ये भी पढ़ें- भिवानी: जैवलिन थ्रो में हरिता को मिला प्रथम स्थान

इस अभूतपूर्व काम के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2021 में दर्ज हुआ है. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से वीएम बेचैन को एक प्रमाण पत्र, एक पैन, जिस पर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड अंकित है, एक बैज, एक मेडल, दो वाहन स्टीकर और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर-2021 के नाम का एक पहचान पत्र दिया गया है.

50 से ज्यादा इंग्लिश की रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद कर चुके हैं वीएम बेचैन

वीएम बेचैन ने बताया कि जब केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए नई शिक्षा नीति की घोषणा की. तब उन्होंने हरियाणवी बोली के लिए कुछ नया और विशेष करने का मन बना लिया था. बेचैन ने बताया कि जैसे नई शिक्षा नीति में पांचवीं कक्षा तक मातृ भाषा पढ़ाने का प्रावधान रखा गया है, उसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने विश्व साहित्य का हरियाणवी अनुवाद तैयार किया. वीएम बेचैन का उद्देश्य देश-दुनिया के लोग उनकी अनुवादित पुस्तक 'जै' को पढ़कर महसूस कर सकते हैं. इससे हर किसी को पता चल सकेगा कि हरियाणवी भाषा कितनी सहज और सरल है.

ये भी पढ़ें- केंद्र सरकार ने बनाई अहम गाइडलाइन, डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पैरेंटल लॉक

विश्व साहित्य का हरियाणवी में अनुवाद करने वाले वीएम बेचैन देश के पहले हरियाणवी साहित्यकार बन गए हैं. इन अंग्रेजी कवियों और कवयित्रियों की रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद कर चुके हैं वीएम बेचैन.

  • विलियम शेक्सपियर
  • विलियम वर्डसवर्थ
  • विलियम ब्लैक
  • डब्ल्यूबी यीट्स
  • रोबर्ट बर्न्स
  • रॉबर्ट फ्रॉस्ट
  • एलिजाबेथ थॉमस
  • जॉन मिल्टन
  • जॉन कीट्स
  • पीबी शैली

बेन जॉनसन समेत दुनिया के दो दर्जन से भी अधिक अंग्रेजी कवियों एवं कवयित्रियों की पचास से अधिक रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद किया है. इतना ही नहीं वीएम बेचैन ने भारतीय साहित्यकारों में रविंद्रनाथ टेगौर, स्वामी विवेकानंद और डॉ. रश्मि बजाज की अंग्रेजी कविताओं का भी हरियाणवी संवाद किया है.

ये भी पढ़ें- हिसार कृषि विश्वविद्यालय से विकसित उन्नत किस्म के बीजों की दूसरे राज्यों में बढ़ी मांग

वीएम बेचैन के मुताबिक वो दो दश्कों से भी अधिक समय से हरियाणवी बोली को भाषा का दर्जा दिलवाने के लिए संघर्षरत हैं. साल 2013 में भी बेचैन ने कालिदास के प्रमुख संस्कृत नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम का हरियाणवी में अनुवाद किया था. जिसके लिए हरियाणा साहित्य अकादमी ने उन्हें श्रेष्ठ कृति सम्मान से सम्मानित किया. बेचैन हरियाणवी के उत्थान के लिए हरियाणवी फिल्म बिन तेरे बेचैन का निर्माण भी कर चुके हैं.

भिवानी: हरियाणवी कवि और साहित्यकार वीएम बेचैन आजकल चर्चा का विषय बने हुए हैं. वीएम बेचैन ने दुनिया के सर्वश्रेष्ठ अंग्रेजी कवियों की रचना का हरियाणवी में अनुवाद किया है. इस अभूतपूर्व काम के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2021 में दर्ज हुआ है.

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इस अभूतपूर्व काम के लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2021 में दर्ज हुआ है. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड की तरफ से वीएम बेचैन को एक प्रमाण पत्र, एक पैन, जिस पर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड अंकित है, एक बैज, एक मेडल, दो वाहन स्टीकर और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड होल्डर-2021 के नाम का एक पहचान पत्र दिया गया है.

50 से ज्यादा इंग्लिश की रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद कर चुके हैं वीएम बेचैन

वीएम बेचैन ने बताया कि जब केंद्र सरकार ने आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए नई शिक्षा नीति की घोषणा की. तब उन्होंने हरियाणवी बोली के लिए कुछ नया और विशेष करने का मन बना लिया था. बेचैन ने बताया कि जैसे नई शिक्षा नीति में पांचवीं कक्षा तक मातृ भाषा पढ़ाने का प्रावधान रखा गया है, उसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने विश्व साहित्य का हरियाणवी अनुवाद तैयार किया. वीएम बेचैन का उद्देश्य देश-दुनिया के लोग उनकी अनुवादित पुस्तक 'जै' को पढ़कर महसूस कर सकते हैं. इससे हर किसी को पता चल सकेगा कि हरियाणवी भाषा कितनी सहज और सरल है.

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विश्व साहित्य का हरियाणवी में अनुवाद करने वाले वीएम बेचैन देश के पहले हरियाणवी साहित्यकार बन गए हैं. इन अंग्रेजी कवियों और कवयित्रियों की रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद कर चुके हैं वीएम बेचैन.

  • विलियम शेक्सपियर
  • विलियम वर्डसवर्थ
  • विलियम ब्लैक
  • डब्ल्यूबी यीट्स
  • रोबर्ट बर्न्स
  • रॉबर्ट फ्रॉस्ट
  • एलिजाबेथ थॉमस
  • जॉन मिल्टन
  • जॉन कीट्स
  • पीबी शैली

बेन जॉनसन समेत दुनिया के दो दर्जन से भी अधिक अंग्रेजी कवियों एवं कवयित्रियों की पचास से अधिक रचनाओं का हरियाणवी में अनुवाद किया है. इतना ही नहीं वीएम बेचैन ने भारतीय साहित्यकारों में रविंद्रनाथ टेगौर, स्वामी विवेकानंद और डॉ. रश्मि बजाज की अंग्रेजी कविताओं का भी हरियाणवी संवाद किया है.

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वीएम बेचैन के मुताबिक वो दो दश्कों से भी अधिक समय से हरियाणवी बोली को भाषा का दर्जा दिलवाने के लिए संघर्षरत हैं. साल 2013 में भी बेचैन ने कालिदास के प्रमुख संस्कृत नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम का हरियाणवी में अनुवाद किया था. जिसके लिए हरियाणा साहित्य अकादमी ने उन्हें श्रेष्ठ कृति सम्मान से सम्मानित किया. बेचैन हरियाणवी के उत्थान के लिए हरियाणवी फिल्म बिन तेरे बेचैन का निर्माण भी कर चुके हैं.

Last Updated : Feb 25, 2021, 10:59 PM IST

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