भिवानी: पिछले दिनों हरियाणा प्राइवेट स्कूल चिल्ड्रन एंड वेलफेयर ट्रस्ट (HPSWT) का एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (Haryana School of Education Board) चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह से मिला और एक मांग पत्र सौंपा. जिसमें हरियाणा के प्राइवेट स्कूलों के हित के अनेक मुद्दे उनके सामने रखे गए. जिसमें से कुछ मुद्दों पर डॉ. जगबीर सिंह ने अपनी सहमति जताते हुए हजारों छात्रों को बहुत बड़ी राहत प्रदान की. जिसमें 10वी कक्षा के कंपार्टमेंट की परीक्षा अगस्त-2021 में पास करने वाले छात्रों को 12वीं कक्षा में दाखिला प्रदान करने की छूट शामिल है.
खास बात ये है कि हरियाणा बोर्ड और सीबीएसई के बहुत से ऐसे छात्र थे, जो 10वीं कक्षा में एक विषय में फेल थे और उन्हें 11वीं कक्षा में अस्थाई दाखिला दिया गया था, लेकिन दो चांस जाने के बाद उनका 11वीं का परीक्षा परिणाम स्कूल द्वारा रोक लिया गया या फिर रद्द कर दिया गया. शिक्षा बोर्ड ने छात्रों के हित को देखते हुए उन्हें एक अधिक मर्सी चांस दिया, जिसके बाद बहुत से छात्र पास घोषित हुए.
अब एक विशेष प्रावधान के तहत ऐसे छात्र 12वीं में प्रवेश के योग्य हैं. इसके लिए हरियाणा प्राइवेट स्कूल एंड चिल्ड्रन एंड वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुशील नागपाल ने हरियाणा में स्थित सभी प्राइवेट स्कूलों की तरफ से हरियाणा बोर्ड के चेयरमैन डॉ. जगबीर सिंह का आभार प्रकट किया और कहा कि हरियाणा के प्राइवेट स्कूल संचालक उम्मीद करते हैं कि भविष्य में भी शिक्षा बोर्ड स्कूलों के साथ-साथ छात्रों के हित में फैसले लेते रहेंगे.
इसके साथ ही सुशील नागपाल ने डॉ. जगबीर सिंह से मांग की है कि पिछले सत्र में कोरोना के कारण ऐसे छात्र जो हरियाणा बोर्ड से 10वीं पास हैं और 11वीं में हरियाणा बोर्ड में अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करवा सके. एक विशेष प्रावधान के तहत हजारों छात्रों के हित को देखते हुए ऐसे छात्रों को भी राहत प्रदान की जाए, ताकि छात्र अपनी पढ़ाई जारी रख सकें और अपने भविष्य का निर्माण कर सकें.
ऐसे छात्र 12वीं कक्षा में दाखिला ले सकें और इसी सत्र में 12वीं की बोर्ड की परीक्षा में शामिल हो सकें. अगर उन्हें इसी सत्र में 12वीं में दाखिला देने की परमिशन नहीं दी गई तो हजारों छात्रों का एक साल बर्बाद हो जाएगा.
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