भिवानी: कोरोना महामारी कम होने पर हरियाणा में फिर से छोटे बच्चों स्कूल खोलने की मांग उठने लगी है. शनिवार को हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन प्रदेश सरकार को चेतवानी दी है कि छह फरवरी तक स्कूल खोलने का पत्र जारी नहीं हुआ तो सात फरवरी से स्कूल संचालक खुद भिवानी में (Reopening of schools in Bhiwani) बच्चों की कक्षाएं लगाना शुरू कर देंगे.
कोरोना महामारी कम होने के साथ एक बार फिर सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो रहा है, पर छोटे बच्चों के स्कूल जाने पर अब भी पाबंदी है. हालांकि हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन दबाव के बाद 10वीं से 12वीं तक के स्कूल खोले गए, पर अब छोटे बच्चों के भी स्कूल खोलने की मांग उठने लगी है. हरियाणा प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन के प्रदेश अध्यक्ष रामअवतार शर्मा ने कहा कि एक तरफ ख़ुद सीएम मनोहर लाल कहते हैं कि पढ़ेगा हरियाणा, तो बढ़ेगा हरियाणा. वहीं अंतराष्ट्रीय संस्थाएं कह चुकी हैं कि महामारी की आड़ में बच्चों की पढ़ाई
बाधित नहीं की जा सकती, बावजूद इसके राज्य में हर चीज खुलने के बाद भी छोटे बच्चों के स्कूल बंद है.उन्होंने कहा कि वो सरकार से टकराव नहीं समाधान चाहते हैं, लेकिन जल्द स्कूल नहीं खुले तो उनकी एसोसिएसन खुद सात फरवरी से जिले में स्कूल खुलेगी. स्कूल नहीं खुलने के कारण बच्चे की घर पर ऑनलाइन पढ़ाई में बहुत दिक्कते आ रही है. स्कूल खोलने के साथ प्राइवेट स्कूल एसोसिएसन ने 8वीं के बच्चों की परीक्षा इस साल ना लेने की अपील की है और कहा है कि महामारी में स्कूल बंद रहे.
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जिससे बच्चे की पड़े अच्छे से नहीं हो पायी है. ऐसे में परीक्षा के दबाव से बच्चों में मानसिक तनाव बढ़ेगा. अगर हरियाणा बोर्ड परीक्षा लेती है तो बच्चे जिस स्कूल में पढ़ता है, उसी में परीक्षाओं का आयोजन करने की मांग की है. वहीं 134ए के तहत स्कूल दाखिला बकाया पैसा ना मिलने तक दाखिले ना करने की भी चेतावनी दी. प्रदेश में अस्थायी मान्यता वाले 1276 स्कूलों पर लटकी तलवार पर उन्होंने ने कहा कि भाजपा ने 2014 के घोषणा पत्र में ऐसे स्कूलों को राहत देने की मांग की थी.
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