भिवानी: 20 दिनों से चल रहा गोसेवकों की धरना (gosevaks protest in bhiwani) मंगलवार को खत्म हो गया. ये धरना गोसवकों ने डीसी के साथ बैठक के बाद खत्म किया. गोसवकों ने कहा कि डीसी ने उनकी सभी मांगों को मान लिया है. जिस वजह से वो अपना धरना खत्म कर रहे हैं. गोसेवकों ने कहा कि विधायक घनश्याम सर्राफ के कहने पर हम ये धरना खत्म कर रहे हैं.
बता दें कि भिवानी में गौसेवक पिछले 20 दिनों से जिला पशु अस्पताल के बाहर धरने पर बैठे थे. गाय और अन्य घायल जानवरों के समय पर उपचार की मांग व पशु चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर गोसवकों ने 14 सितंबर से यहां धरना दिया हुआ था. अपनी मांगों को लेकर ये गोसेवक कई बार कृषि मंत्री, सांसद व विधायक के घर पर घायल गायों को ले जाकर विरोध भी जता चुके थे.
सुनवाई नहीं होने के बाद गोसेवकों ने अनिश्चिकालीन धरना प्रदर्शन का ऐलान किया था. गोसेवकों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए विधायक घनश्याम सर्राफ ने गोसवकों की डीसी से मीटिंग करवाई और उनकी मांगों को पूरा करवाया, इसके बाद विधायक घनश्याम सर्राफ ने मौके पर पहुंच कर गोसेवकों का धरना खत्म करवाया. इस दौरान विधायक घनश्याम सर्राफ ने गोसवकों के सहयोग और डीसी की भी सराहना की.
घनश्याम सर्राफ ने कहा कि गोसवकों के लिए पशु चिकित्सक हमेशा तैयार रहेंगे और दो पशु चिकित्सक हमेशा गोसेवकों के साथ रहेंगे. जिनका खर्च डीसी कार्यालय वहन करेगा. उन्होंने कहा कि गोसवक सहमत हैं और धरना खत्म कर रहे हैं. उन्होंने खुद गोसवकों की सेवा की सराहना की और कहा कि वो खुद काफी समय गोसेवक रहे हैं.
वहीं गोसेवक संजय परमार ने कहा कि उनकी मांगे थी कि सड़क हादसे में घायल पशु पक्षियों का उपचार पशु चिकित्सक द्वारा मौके पर पहुंच कर किया जाए. उन्होंने कहा कि किसी भी समय पशु चिकित्सक की सेवा के लिए हेल्पलाइन नंबर दिया जाए और इलाज में कोताही या लापरवाही बरतने वाले चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. उन्होंने बताया कि विधायक की मौजूदगी में उपायुक्त ने सभी मांगे मानी है. जिसके बाद वो धरना खत्म कर रहे हैं.