ETV Bharat / state

भिवानी डाडम हादसे में पहली FIR दर्ज, मृतक के भाई की शिकायत पर दर्ज हुआ केस

bhiwani dadam accident update news: भिवानी डाडम हादसे में राहत कार्य जारी है. इसमें अब तक 7 लोगों को निकाला जा चुका है. जिसमें से 5 लोग मृत पाए गए हैं. इसी बीच इस मामले में पुलिस ने पहली एफआईआर दर्ज की है.

landslide in bhiwani
landslide in bhiwani
author img

By

Published : Jan 3, 2022, 9:34 PM IST

भिवानी: डाडम हादसे में (landslide in bhiwani) शवों के मिलने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा. बचाव कार्य में जुटी टीम को देर रात एक और शव बरामद हुआ है. जिसके बाद मरने वालों की संख्या 5 हो गई है. इसी बीच सोमवार को इस मामले में पुलिस ने पहली एफआईआर दर्ज की है. अभी तक बरामद हुए 5 शव में से एक मृतक तूफान सिंह के भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. भिवानी पुलिस के अनुसार मृतक तूफान सिंह के भाई मिथुन शर्मा निवासी बिहार के बयान के आधार पर पुलिस ने IPC 304 A के तहत गोवर्धन माइन्स के खिलाफ केस दर्ज किया है.

वहीं इस मामले में खनन विभाग के एक अधिकारी के सस्पेंड होने की सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है. बता दें कि, हादसे के तीन दिन बाद पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया है. दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हादसे की मुख्य एफआईआर दर्ज होना बकाया है. यह जांच कमेटी की रिपोर्ट के के आधार पर दर्ज की जाएगी. हादसे के बारे में DGMS गाजियाबाद की टीम पूरे तथ्यों पर जांच कर बताएगी कि किसकी कितनी बड़ी लापरवाही इस पूरे मामले में है.

ये भी पढ़ें- भिवानी डाडम हादसा: कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

उधर, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ माइन सेफ्टी (DGMS) गाजियाबाद की टीम ने हादसे की जांच के लिए सोमवार को पूरे खनन एरिया का निरीक्षण किया. टीम ने घटनास्थल के अलावा आसपास के एरिया में पहले हुए खनन के बारे में भी बारीकी से जांच की. टीम में खनन विभाग के डायरेक्टर और ऊपरी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. टीम मंगलवार को फिर से पूरे एरिया का निरीक्षण करेगी.

गौरतलब होगा कि भिवानी जिले के तोशाम विधानसभा क्षेत्र के तहत डाडम गांव खनन कार्यों (dadam mining zone) के लिए जाना जाता है. शनिवार सुबह खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक से दरक गया, जिसके चलते वहां खड़ी आधा दर्जन के करीब पोपलैंड मशीनें और डंफर दब गए. इसके साथ ही लगभग पांच से दस से लोगों के दबे होने की खबर थी. जिसके बाद प्रशासन राहत बचाव के कार्य में जुट गया. अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, दो लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

ये भी पढ़ें- भिवानी डाडम हादसा: शवों के मिलने का सिलसिला जारी, अबतक 5 लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी

कुछ और लोगों के दबे होने की आंशका जताई जा रही है. पूरे क्षेत्र (dadam mining zone in bhiwani) में जारी राहत कार्यों को पूरा होने में 24 घंटे और लगने की संभावना जताई जा रही है. NDRF के डिप्टी कमांडेंट बीआर मीणा ने कहा कि अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जब तक मलबे को पूरी तरह से हटाया नहीं जाता तब तक उनका काम जारी रहेगा. हालांकि बीआर मीणा ने और शव मिलने की संभावनाओं से इनकार किया है.

कैसे हुआ हादसा?: इस बारे में खानक डाडम क्रेशर एसोसिएशन के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय यह घटना घटी, कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था. खनन क्षेत्र दोनों तरफ से फोरेस्ट एरिया से घिरा हुआ है. फोरेस्ट एरिया क्षेत्र से हजारों टन का पहाड़ दरकर खनन क्षेत्र की तरफ आया, जिसमें अभी तक पांच वाहनों के दबने की पुष्टि हो पाई है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

भिवानी: डाडम हादसे में (landslide in bhiwani) शवों के मिलने का सिलसिला तीसरे दिन भी जारी रहा. बचाव कार्य में जुटी टीम को देर रात एक और शव बरामद हुआ है. जिसके बाद मरने वालों की संख्या 5 हो गई है. इसी बीच सोमवार को इस मामले में पुलिस ने पहली एफआईआर दर्ज की है. अभी तक बरामद हुए 5 शव में से एक मृतक तूफान सिंह के भाई के बयान के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज किया है. भिवानी पुलिस के अनुसार मृतक तूफान सिंह के भाई मिथुन शर्मा निवासी बिहार के बयान के आधार पर पुलिस ने IPC 304 A के तहत गोवर्धन माइन्स के खिलाफ केस दर्ज किया है.

वहीं इस मामले में खनन विभाग के एक अधिकारी के सस्पेंड होने की सूचना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है. बता दें कि, हादसे के तीन दिन बाद पुलिस ने लापरवाही का केस दर्ज किया है. दूसरी तरफ प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हादसे की मुख्य एफआईआर दर्ज होना बकाया है. यह जांच कमेटी की रिपोर्ट के के आधार पर दर्ज की जाएगी. हादसे के बारे में DGMS गाजियाबाद की टीम पूरे तथ्यों पर जांच कर बताएगी कि किसकी कितनी बड़ी लापरवाही इस पूरे मामले में है.

ये भी पढ़ें- भिवानी डाडम हादसा: कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने सरकार को ठहराया जिम्मेदार

उधर, डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ माइन सेफ्टी (DGMS) गाजियाबाद की टीम ने हादसे की जांच के लिए सोमवार को पूरे खनन एरिया का निरीक्षण किया. टीम ने घटनास्थल के अलावा आसपास के एरिया में पहले हुए खनन के बारे में भी बारीकी से जांच की. टीम में खनन विभाग के डायरेक्टर और ऊपरी स्तर के अधिकारी शामिल हैं. टीम मंगलवार को फिर से पूरे एरिया का निरीक्षण करेगी.

गौरतलब होगा कि भिवानी जिले के तोशाम विधानसभा क्षेत्र के तहत डाडम गांव खनन कार्यों (dadam mining zone) के लिए जाना जाता है. शनिवार सुबह खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक से दरक गया, जिसके चलते वहां खड़ी आधा दर्जन के करीब पोपलैंड मशीनें और डंफर दब गए. इसके साथ ही लगभग पांच से दस से लोगों के दबे होने की खबर थी. जिसके बाद प्रशासन राहत बचाव के कार्य में जुट गया. अभी तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है, दो लोगों को निकालकर अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

ये भी पढ़ें- भिवानी डाडम हादसा: शवों के मिलने का सिलसिला जारी, अबतक 5 लोगों की मौत, बचाव कार्य जारी

कुछ और लोगों के दबे होने की आंशका जताई जा रही है. पूरे क्षेत्र (dadam mining zone in bhiwani) में जारी राहत कार्यों को पूरा होने में 24 घंटे और लगने की संभावना जताई जा रही है. NDRF के डिप्टी कमांडेंट बीआर मीणा ने कहा कि अभी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि जब तक मलबे को पूरी तरह से हटाया नहीं जाता तब तक उनका काम जारी रहेगा. हालांकि बीआर मीणा ने और शव मिलने की संभावनाओं से इनकार किया है.

कैसे हुआ हादसा?: इस बारे में खानक डाडम क्रेशर एसोसिएशन के चेयरमैन मास्टर सतबीर रतेरा ने बताया कि जिस समय यह घटना घटी, कोई खनन कार्य नहीं हो रहा था. खनन क्षेत्र दोनों तरफ से फोरेस्ट एरिया से घिरा हुआ है. फोरेस्ट एरिया क्षेत्र से हजारों टन का पहाड़ दरकर खनन क्षेत्र की तरफ आया, जिसमें अभी तक पांच वाहनों के दबने की पुष्टि हो पाई है.

हरियाणा की विश्वसनीय खबरों को पढ़ने के लिए गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें Etv Bharat APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.