भिवानी: बडेसरा गांव में चार साल पहले शुरू हुआ खूनी खेल जारी है. इस खूनी खेल में अब तक पांच लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है और आज फिर हत्याकांड के एक गवाह 45 वर्षीय राजकुमार को पुलिस सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में कई गोलियां मारी गई. जिसे आनन फानन में भिवानी के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
अस्पताल में घायल राजकुमार के बयान लेने डीएसपी हेडक्वाटर वीरेन्द्र सिंह पहुंचे, लेकिन राजकुमार की हालत गंभीर होने के चलते बयान नहीं हो पाए. राजकुमार की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से पूछताछ के आधार पर डीएसपी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि दो बाइक पर चार युवक सवार होकर आए थे. जो गोलियां मारने के बाद महम के भैणी गांव की तरफ भाग गए.
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डीएसपी ने बताया कि चार साल से चल रहे इस विवाद में दोनों पक्षों के पांच लोग मारे जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि एक्स-रे व सीटी स्कैन के बाद ही पता चलेगा कि राजकुमार को कितनी गोलियां लगी हैं या सिर्फ छर्रे लगे हैं.
2016 में पंचायती चुनाव से हुआ था खूनी खेल शुरू
बता दें कि, गांव बडेसरा में ये खूनी खेल वर्ष 2016 के पंचायती चुनाव के बाद शुरू हुआ था. चुनाव में बबलू पहलवान की पत्नी सुदेश को विजयी घोषित कर सरपंच चुना गया था, लेकिन दूसरे गुट के लोगों ने उसके खिलाफ आरटीआई लगाकर उसके प्रमाण पत्रों को फर्जी बताया था. फर्जी प्रमाण पत्र मिलने पर सरपंच सुदेश को जेल हो गई थी. इसके बाद से ही पूर्व सरपंच पवन कुमार व बबलू पहलवान के परिवार के बीच रंजिश शुरू हो गई थी.
अब तक हो चुके हैं पांच मर्डर
इस रंजिश का नतीजा ये है कि गांव में पांच मर्डर हो चुके हैं. पूर्व सरपंच पवन सिंह की भी गोली मारकर हत्या की गई थी. इस खूनी खेल में बडेसरा गांव के कई लोग घायल हो चुके हैं और दर्जनों लोग जेल में बंद हैं. बावजूद इसके ये खूनी संघर्ष सालों बाद भी रूकने का नाम नहीं ले रहा. वहीं अब हत्याकांड के गवाह पर पुलिस सुरक्षाकर्मियों की मौजूदगी में हमला होने के बाद पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं.
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