भिवानी: रेलवे के निजीकरण के विरोध में अब रेलवे कर्मचारी भी आवाज उठाने लगे हैं. नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे कर्मचारी यूनियन बीकानेर मंडल की अगुवाई में भिवानी में रेलवे कर्मचारियों ने एक दिवसीय धरना दिया. आंदोलनकारी कर्मचारियों ने सरकार से रेलवे का निजीकरण रोकने की मांग की.
धरने के दौरान यूनियन के जिला प्रधान कृष्ण कौशिक और हिसार मंडल के शाखा सचिव शशि प्रकाश ने बताया कि निजीकरण के विरोध में देश के सभी जिला मुख्यालयों पर रेलवे कर्मचारी प्रदर्शन के जरिए अपना विरोध जता रहे हैं. उन्होंने बताया कि हमारी मुख्य मांगें अप्रिंटिशिप के तहत कार्य कर रहे कर्मचारियों को पक्का करने का जो अधिकार अधिकारियों से छीन लिया गया है. अधिकारियों को वह अधिकार वापस लौटाया जाए. पुरानी पेंशन बहाल की जाए. रेलवे कर्मचारियों को डीए उपलब्ध करवाया जाए.
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रेलवे कर्मचारियों ने दी हड़ताल की धमकी: रेलवे कर्मचारियों ने धरने के दौरान बताया कि अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम ब्लॉक स्तर पर हड़ताल करेंगे. जरूरत पड़ी तो रेलवे का चक्का जाम भी करेंगे. रेलवे बोर्ड के सामने धरना देने पर मजबूर होंगे. उन्होंने कहा कि आज स्पेशल रेल के नाम पर किराया 3 से 4 गुना बढ़ा दिया गया है. सरकार की नीतियों से पता चलता है कि सरकार रेलवे को निजीकरण की तरफ धकेल रही है.