भिवानी: किसान आंदोलन पर सियासत लगातार तेज हो रही है. भिवानी के कितलाना टोल प्लाजा पर किसानों के धरने पर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा पहुंचे और कहा कि ये कानून किसानों की अगली पीढ़ी को खत्म कर देगी. उन्होंने सरकार से राजगठ छोड़ कर राजधर्म निभाते हुए किसानों की मांग मानने की अपील की.
बता दें कि भिवानी-दादरी रोड पर कितलान टोल को किसान संगठन पांच दिनों से टोल फ्री कर धरने पर बैठे हैं. यहां कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा, पूर्व विधायक रणबीर महिन्द्रा और पूर्व केन्द्रीय मंत्री जेपी भी किसानों को समर्थन देने पहुंचे. दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार पर कई सवाल खड़े किये.
सबसे पहले दीपेन्द्र हुड्डा ने आरोप लगाया कि सरकार झुठ बोल रही है कि ये कानून कांग्रेस के ड्राफ्ट है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने तो APMC को मज़बूत बनाने का मसौदा तैयार किया था, लेकिन भाजपा सरकार ने सीधे ऊपर से आए ड्राफ्ट को बिना चर्चा व बहस के पास कर कानून बना दिये. उन्होंने कहा कि ये कानून अलोकतांत्रिक तरीके से बनाए हैं जिनसे किसानों की अगली पीढ़ी का भविष्य अंधकार में होगा.
दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि सरकार को राजहठ छोड़ कर राजधर्म निभाते हुये किसानों की मांग माननी चाहिए. उन्होंने कहा कि प्रजा की मांग मानना ना तो हार जीत होती ना कोई सरकार छोटी हो जाती. दीपेन्द्र ने कहा कि आंदोलन में 42 किसानों की शहादत के लिए केन्द्र व प्रदेश सरकार जिम्मेदार है जिसने किसानों के लिए गड्ढें खोदे, लाठी मारी, आंसू गैस व वाटर कैनन का प्रयोग किया.
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दीपेन्द्र हुड्डा ने सरकार द्वारा एसवाईएल की मांग इस समय उठाने को गलत बताया. उन्होंने कहा कि सरकार हरियाणा के हकों को साढ़े तीन साल तक क्यों नहीं उठाया. दीपेन्द्र ने कहा कि 42 किसानों की जान जा चुकी है और सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने सवाल किया कि सरकार और कितने किसानों की शहादत चाहती है?