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जिला पार्षद ने बेटी के जन्म ​पर किया कुआं पूजन, भिवानी के वार्ड-5 की जिला पार्षद ने मनाया छठी कार्यक्रम - भिवानी के वार्ड 5 की जिला पार्षद

भिवानी के सांगा गांव में बेटी के जन्म पर कुआं पूजन कर (kuna poojan on daughter birth in Bhiwani) खुशियां मनाई गईं. वार्ड नंबर-5 से जिला पार्षद प्रीति ने कुआं पूजन किया, उन्होंने कहा कि बेटे और बेटियों में अंतर नहीं करना चाहिए. बेटियां आज के दौर में बेटों से कम नहीं हैं.

daughter birth Celebrated in Bhiwani ward number-5 District Councilor kuna poojan on daughter birth
जिला पार्षद ने बेटी के जन्म ​पर किया कुंआ पूजन
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Published : Jan 2, 2023, 3:37 PM IST

भिवानी: आमतौर पर परिवार में पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर खूब जश्न मनाया जाता है, लेकिन ऐसे भी कई परिवार हैं जहां बेटी के जन्म पर भी जमकर खुशियां मनाई जाती हैं. ऐसा ही एक उदाहरण जिले के सांगा गांव निवासी व वार्ड नंबर-5 से जिला पार्षद (Bhiwani ward number-5 District Councilor) प्रीति के घर जन्मी बेटी के जन्म (daughter birth Celebrated in Bhiwani) के अवसर पर देखा गया. जहां छठी कार्यक्रम में रौनक देखने लायक थी. सतबीर ठेकेदार सांगा ने अपने घर में पौत्री पैदा होने पर गांव के लोगों को भोजन करवाया और डीजे, ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गाकर कुआं पूजन ( District Councilor kuan poojan on daughter birth) किया. इस दौरान घर पहुंचे रिश्तेदार और परिचितों ने बिटिया के सुखद भविष्य व दीर्घायु की कामना की.

इस मौके पर जिला परिषद चेयरपर्सन अनिता मलिक ने कहा कि बेटा और बेटी एक समान हैं. इनमें फर्क रखना मानवता के लिए अभिशाप है. उन्होंने कहा कि बेटियां वर्तमान परिवेश में बेटों से कम नहीं हैं. बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर अपना किरदार निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि बेटी पैदा होने पर गांव के लोगों को भोज करवाकर, डीजे एवं ढोल-नगाड़ों के साथ कुआं पूजन करके जो खुशी मनाई है, वह काबिल-ए-तारीफ है. उन्होंने यह साबित किया है कि परिजनों की नजर में बेटे और बेटी में कोई अंतर नहीं होता है.

District Councilor kuan poojan on daughter birth in bhiwani
भिवानी के सांगा गांव में बेटी के जन्म पर कुआं पूजन कर खुशियां मनाई गईं.

पढ़ें: भिवानी में दो बहनों ने बदली परंपरा, घुड़चढ़ी कर बनी चर्चा का विषय

इस मौके पर नवजात की मां जिला पार्षद प्रीति दीपक सांगा ने कहा कि उनका सपना है कि वे अपनी बेटी का बेटों की तरह पालन-पोषण करें और उसे एक अच्छा खिलाड़ी बनाएं. वह उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद प्रथम श्रेणी का अधिकारी बनें. इस मौके पर नवजात बेटी के पिता दीपक सांगा ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनके घर बेटी ने जन्म लिया है. आज बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं है. फर्क केवल सोच का है. उन्होंने कहा कि बेटियां माता-पिता की सेवा बेटों से बेहतर करती हैं. (kuan poojan on daughter birth in bhiwani)

पढ़ें: देश की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले की जयंती पर 51 महिलाओं का हुआ सम्मान

भिवानी: आमतौर पर परिवार में पुत्र रत्न की प्राप्ति होने पर खूब जश्न मनाया जाता है, लेकिन ऐसे भी कई परिवार हैं जहां बेटी के जन्म पर भी जमकर खुशियां मनाई जाती हैं. ऐसा ही एक उदाहरण जिले के सांगा गांव निवासी व वार्ड नंबर-5 से जिला पार्षद (Bhiwani ward number-5 District Councilor) प्रीति के घर जन्मी बेटी के जन्म (daughter birth Celebrated in Bhiwani) के अवसर पर देखा गया. जहां छठी कार्यक्रम में रौनक देखने लायक थी. सतबीर ठेकेदार सांगा ने अपने घर में पौत्री पैदा होने पर गांव के लोगों को भोजन करवाया और डीजे, ढोल-नगाड़ों के साथ नाच-गाकर कुआं पूजन ( District Councilor kuan poojan on daughter birth) किया. इस दौरान घर पहुंचे रिश्तेदार और परिचितों ने बिटिया के सुखद भविष्य व दीर्घायु की कामना की.

इस मौके पर जिला परिषद चेयरपर्सन अनिता मलिक ने कहा कि बेटा और बेटी एक समान हैं. इनमें फर्क रखना मानवता के लिए अभिशाप है. उन्होंने कहा कि बेटियां वर्तमान परिवेश में बेटों से कम नहीं हैं. बेटियां कंधे से कंधा मिलाकर अपना किरदार निभा रही हैं. उन्होंने कहा कि बेटी पैदा होने पर गांव के लोगों को भोज करवाकर, डीजे एवं ढोल-नगाड़ों के साथ कुआं पूजन करके जो खुशी मनाई है, वह काबिल-ए-तारीफ है. उन्होंने यह साबित किया है कि परिजनों की नजर में बेटे और बेटी में कोई अंतर नहीं होता है.

District Councilor kuan poojan on daughter birth in bhiwani
भिवानी के सांगा गांव में बेटी के जन्म पर कुआं पूजन कर खुशियां मनाई गईं.

पढ़ें: भिवानी में दो बहनों ने बदली परंपरा, घुड़चढ़ी कर बनी चर्चा का विषय

इस मौके पर नवजात की मां जिला पार्षद प्रीति दीपक सांगा ने कहा कि उनका सपना है कि वे अपनी बेटी का बेटों की तरह पालन-पोषण करें और उसे एक अच्छा खिलाड़ी बनाएं. वह उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद प्रथम श्रेणी का अधिकारी बनें. इस मौके पर नवजात बेटी के पिता दीपक सांगा ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनके घर बेटी ने जन्म लिया है. आज बेटे और बेटियों में कोई फर्क नहीं है. फर्क केवल सोच का है. उन्होंने कहा कि बेटियां माता-पिता की सेवा बेटों से बेहतर करती हैं. (kuan poojan on daughter birth in bhiwani)

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