भिवानी: शहर में सीपीआईएम पार्टी ने किसानों और मजदूरों की विभिन्न मांगों को लेकर प्रदरशन किया. इस प्रदर्शन में आशा वर्कर भी शामिल हुई. इस दौरान इन्होंने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बता दें कि सीपीआईएम ने अपने बैनर तले धरना प्रदर्शन करते हुए प्रदेश सरकार की मजदूर व किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी किया. सीपीआईएम के जिला प्रधान कामरेड ओमप्रकाश और जिला सचिव सुखदेव ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते किसान व मजदूरों की आय मे कटौती हुई है जिससे उनका जीना दूभर हो गया है.
इसलिए उनकी मांग है कि मनरेगा का कार्य किसानों को उपलब्ध करवाया जाए, मजदूरी 600 रुपये की जाए और 10 किलो अनाज मजदूरों को उपलब्ध करवाया जाये. दे इसके साथ ही 7,500 रुपए हर माह गुजारा भत्ता भी मजदूर वर्ग को दिया जाए. अपने मांग पत्र में उन्होंने मजदूर वर्ग के लिए कहा कि सफेद मक्खी और झुलसा रोग के कारण किसानों की कपास की फसल बर्बाद हो गई है.
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इसलिए स्पेशल गिरदावरी करवाकर किसानों को मुआवजा दिया जाए. उन्होंने कहा कि किसानों के बीज खाद आदि का प्रबंध ऋण लेकर किसानों द्वारा किया गया है ऐसे में किसानों को उनकी फसल की बर्बादी की भरपाई प्रशासन द्वारा करने की व्यवस्था की जाए, ताकि मजदूर व किसान वर्ग अपना जीवन यापन कर सकें.
इसके अलावा केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि अध्यादेश के खिलाफ भी सीपीआईएम ने प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि इस अध्यादेश से किसानों और आढ़तियों को काफी नुकसान होगा.