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भिवानी: मार्क्सवादी पार्टी ने गांव की तरह शहर में रोजगार गारंटी देने की मांग उठाई - भिवानी कामरेड प्रदर्शन

भिवानी में मार्क्सवादी पार्टी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. कामरेड नेताओं ने सरकार से बिजली, पानी के बिल माफ करने के साथ, गांव की तरह शहर में भी रोजगार गारंटी योजना की मांग की है.

comrade protest for public demand in bhiwani
भिवानी में उठी गांव की तरह शहर में रोजगार गारंटी की मांग
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Published : Jun 12, 2020, 5:25 PM IST

भिवानी: कोरोना संकट के चलते प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों की चार महीने की फीस, बिजली, पानी के बिल माफ और शहर में मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी स्कीम लागू करने की मांग को लेकर मार्क्सवादी पार्टी और लेबर क्रांति मार्चा के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मार्क्सवादी पार्टी और लेबर क्रांति मार्चा ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.

रोजगार गारंटी की मांग

ज्ञापन में कामरेड ओमप्रकाश, फूल सिंह इंदौरा, चमेली देवी, गुरप्रीत कौर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन हो गया था. जिसके चलते सभी स्कूल, कॉलेज, उद्योग और छोटे कोरोबार बंद हो गए. लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए. लोगों के काम धंधे सब चौपट हो गए. ऐसे में लोगों को रोजी रोटी चलाना मुश्किल हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों पर नकदी का संकट आ गया है. गरीब लोगों के पास कुछ भी नहीं बचा है.

उन्होंने कहा कि अब भी लोगों की रोजी रोटी के लाले पड़े हुए हैं. शहर में गांव की तरह कोई रोजगार गारंटी नहीं है. उन्होंने कहा कि गरीब लोग रेहड़ी, रिक्शा, ऑटो चालक, छोटे दुकानदार, मजदूर और मध्यम वर्ग के लोग प्राइवेट स्कूलों और कॉलेज की फीस, बढ़े बिल चुकाने में असमर्थ हैं. सरकार को इन लोगों के बारे में सोचना चाहिए और इनके बिल माफ करने चाहिए.

ये भी पढ़ें:-नेपाल पुलिस की फायरिंग में एक भारतीय की मौत, घटना पर एसएसबी ने दी प्रतिक्रिया

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि चार महीने के शिक्षण संस्थाओं की फीस, बिजली, पानी बिल माफ किए जाएं और शहर में भी मनरेगा की तरह रोजगार गारंटी योजना लागू की जाए. सरकार लॉकडाउन की अवधि के बिल माफ करे. साथ ही छोटे उद्योगों पर भी माफी की स्कीम लागू करे, जिससे आम जनता को राहत मिल सके.

भिवानी: कोरोना संकट के चलते प्राइवेट स्कूल-कॉलेजों की चार महीने की फीस, बिजली, पानी के बिल माफ और शहर में मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी स्कीम लागू करने की मांग को लेकर मार्क्सवादी पार्टी और लेबर क्रांति मार्चा के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मार्क्सवादी पार्टी और लेबर क्रांति मार्चा ने जोरदार प्रदर्शन करते हुए उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा है.

रोजगार गारंटी की मांग

ज्ञापन में कामरेड ओमप्रकाश, फूल सिंह इंदौरा, चमेली देवी, गुरप्रीत कौर ने कहा कि कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन हो गया था. जिसके चलते सभी स्कूल, कॉलेज, उद्योग और छोटे कोरोबार बंद हो गए. लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए. लोगों के काम धंधे सब चौपट हो गए. ऐसे में लोगों को रोजी रोटी चलाना मुश्किल हो रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों पर नकदी का संकट आ गया है. गरीब लोगों के पास कुछ भी नहीं बचा है.

उन्होंने कहा कि अब भी लोगों की रोजी रोटी के लाले पड़े हुए हैं. शहर में गांव की तरह कोई रोजगार गारंटी नहीं है. उन्होंने कहा कि गरीब लोग रेहड़ी, रिक्शा, ऑटो चालक, छोटे दुकानदार, मजदूर और मध्यम वर्ग के लोग प्राइवेट स्कूलों और कॉलेज की फीस, बढ़े बिल चुकाने में असमर्थ हैं. सरकार को इन लोगों के बारे में सोचना चाहिए और इनके बिल माफ करने चाहिए.

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उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की अवधि चार महीने के शिक्षण संस्थाओं की फीस, बिजली, पानी बिल माफ किए जाएं और शहर में भी मनरेगा की तरह रोजगार गारंटी योजना लागू की जाए. सरकार लॉकडाउन की अवधि के बिल माफ करे. साथ ही छोटे उद्योगों पर भी माफी की स्कीम लागू करे, जिससे आम जनता को राहत मिल सके.

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