भिवानीः 52 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व के नंबर वन बॉक्सर बने अमित पंघाल सोमवार रात भिवानी में एक शादी समारोह में मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने बताया कि विश्व का नंबर वन बॉक्सर बनने के बाद आत्मविश्वास बढ़ा है. हौसले और मेहनत ही जीत दिलाते हैं.
अमित ने कहा कि इस बार ओलंपिक में हमारे देश को एक या दो नहीं, बल्कि बॉक्सिंग व रेसलिंग में दो से भी ज्यादा गोल्ड मेडल मिल सकते हैं. इसके लिए हम पूरी ताकत व मेहनत से तैयारी कर रहे हैं.
इटली में होगी ट्रेनिंग
अमित पंघाल ने बताया कि विश्व के नंबर वन बॉक्सर होने का काफी बैनिफिट है. इससे कॉन्फिडेंस बढ़ेगा और ओलंपिक क्वालिफाई करते समय मुकाबले वाले बॉक्सर से कहीं ज्यादा कॉन्फिडेंस से खेला जा सकता है.
अमित ने कहा कि अब इटली में ट्रेनिंग होगी. जहां अलग-अलग देशों के बॉक्सरों के साथ खेलने और नए अनुभव सीखने का मौका मिलेगा. इसके बाद ओलंपिक के लिए क्वालिफाई होगा.
दो से भी ज्यादा गोल्ड मेडल की है उम्मीद- अमित
अमित पंघाल ने पूरा भरोसा जताया कि वो ओलंपिक क्वालिफाई करेंगे. अमित ने अमेरिका की एक कंपनी द्वारा डाटाबेस सर्वे के दौरान भारत को दो गोल्ड मिलने के सवाल पर कहा कि इस समय भारत में बॉक्सिंग पीक पर है. ऐसे में हमारी कोशिश दो से भी ज्यादा गोल्ड बॉक्सिंग में और साथ ही देश को कई मेडल रेसलिंग में भी मिल सकते हैं.
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ये दो बॉक्सर बने विश्व के नंबर 1
आज तक हमारे देश में दो बॉक्सर विश्व के नंबर वन बॉक्सर बने हैं. इनमें 2009 में मिनी क्यूबा भिवानी के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेन्द्र सिंह विश्व के नंबर वन बॉक्सर बनने का खाता खोला था.
विजेन्द्र सिंह उस समय 75 किलोग्राम भार वर्ग में विश्व के नंबर बॉक्सर बने थे और अब हाल ही में रोहतक के 24 वर्षीय अमित पंघाल 52 किलोग्राम भारवर्ग में विश्व के नंबर वन बॉक्सर बने हैं.
ये उपलब्धि पूरे देश के ना केवल बॉक्सरों के लिए बल्कि हर भारतीय के लिए गर्व की बात है. अमित पंघाल 2017 से बेहतरीन फार्म में हैं. अमित ने 2018 में राष्ट्रमंडल और एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीता. इसके बाद विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय बॉक्सर हैं.