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भिवानी स्थित माता रामदुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया सुंदरकांड पाठ

नेत्रहीन विद्यार्थियों ने ब्रेल लिपि पुस्तिका में गढ़े हुए अक्षरों को अपनी उंगलियों से स्पर्श कर पाठ को पढ़ा. इस दौरान कुछ विद्यार्थियों ने हारमोनियम, ढोलक, झाल इत्यादी बजाकर सुंदरकांड पाठ सुन रहे लोगों को भाव विभोर होने पर मजबूर कर दिया.

blind students read sundarkand in mata ramdulari temple bhiwani
भिवानी स्थित माता रामदुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया सुंदरकांड पाठ
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Published : Feb 9, 2020, 6:29 PM IST

भिवानी: बिचला बाजार स्थित माता राम दुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने सुंदरकांड का पाठ किया. इस दौरान वहां सुंदरकांड पाठ को सुन रहे श्रद्धालूओं ने नेत्रहीन विद्यार्थियों की खूब प्रशंसा की.

ब्रेल लिपि का उपयोग कर नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया पाठ
इन नेत्रहीन विद्यार्थियों ने ब्रेल लिपि पुस्तिका में गढ़े हुए अक्षरों को अपनी उंगलियों से स्पर्श कर पाठ को पढ़ा. इस दौरान कुछ विद्यार्थियों ने हारमोनियम, ढोलक, झाल इत्यादी बजाकर सुंदरकांड पाठ सुन रहे लोगों को भाव विभोर होने पर मजबूर कर दिया. आश्चर्य की बात तो यह रही कि नेत्रहीन होते हुए भी सभी विद्यार्थी एक ही तर्ज में सुंदरकांड पाठ कर रहे थे और मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं को विभोर कर रहे थे.

भिवानी स्थित माता रामदुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया सुंदरकांड पाठ

इस संबंध में दृष्टि बाधित दिव्यांग सशक्ति संस्था के डायरेक्टर लालचंद यादव ने बताया कि आज भिवानी के बिचला बाजार में स्थित माता रामदुलारी मंदिर में दिव्यांग विद्यार्थियों द्वारा सुंदरकांड पाठ का गुणगान किया गया है. उन्होंने बताया कि यह विद्यार्थी अपनी ब्रेल लिपि का प्रयोग करके पाठ का गुणगान कर रहे हैं. अपने बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद भी ब्रेल लिपि से स्नातक की हुई है और सभी विद्यार्थियों को स्कूल में ब्रेन लिपि पढ़ाई जाती है. लालचंद यादव ने कहा किअब भिवानी में भी नेत्रहीन बच्चों के लिए स्कूल खोला गया है जिसमे भिवानी के लोगों को सहयोग मिल रहा है.

इसे भी पढ़ें: चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ब्रेल लिपि में लगाया गया नक्शा, नेत्रहीन यात्रियों को नहीं होगी परेशानी

'बाकी लोगों के लिए सीख है इन बच्चों का पाठ'
कार्यक्रम के आयोजनकर्ता राम अवतार ने बताया कि माता राम दुलारी मंदिर में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया. इस पाठ का आयोजन नेत्रहीन विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से नेत्रहीन विद्यार्थी बड़ी सुंदरता के साथ सुंदरकांड पाठ का गुणगान कर रहे हैं वह दूसरे लोगों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हैं. उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी देख नहीं सकते उसके बावजूद भी इतना अच्छी बात है वह मधुर वाणी में लोगों को सुना रहे हैं.

भिवानी: बिचला बाजार स्थित माता राम दुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने सुंदरकांड का पाठ किया. इस दौरान वहां सुंदरकांड पाठ को सुन रहे श्रद्धालूओं ने नेत्रहीन विद्यार्थियों की खूब प्रशंसा की.

ब्रेल लिपि का उपयोग कर नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया पाठ
इन नेत्रहीन विद्यार्थियों ने ब्रेल लिपि पुस्तिका में गढ़े हुए अक्षरों को अपनी उंगलियों से स्पर्श कर पाठ को पढ़ा. इस दौरान कुछ विद्यार्थियों ने हारमोनियम, ढोलक, झाल इत्यादी बजाकर सुंदरकांड पाठ सुन रहे लोगों को भाव विभोर होने पर मजबूर कर दिया. आश्चर्य की बात तो यह रही कि नेत्रहीन होते हुए भी सभी विद्यार्थी एक ही तर्ज में सुंदरकांड पाठ कर रहे थे और मंदिर में उपस्थित श्रद्धालुओं को विभोर कर रहे थे.

भिवानी स्थित माता रामदुलारी मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों ने किया सुंदरकांड पाठ

इस संबंध में दृष्टि बाधित दिव्यांग सशक्ति संस्था के डायरेक्टर लालचंद यादव ने बताया कि आज भिवानी के बिचला बाजार में स्थित माता रामदुलारी मंदिर में दिव्यांग विद्यार्थियों द्वारा सुंदरकांड पाठ का गुणगान किया गया है. उन्होंने बताया कि यह विद्यार्थी अपनी ब्रेल लिपि का प्रयोग करके पाठ का गुणगान कर रहे हैं. अपने बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने खुद भी ब्रेल लिपि से स्नातक की हुई है और सभी विद्यार्थियों को स्कूल में ब्रेन लिपि पढ़ाई जाती है. लालचंद यादव ने कहा किअब भिवानी में भी नेत्रहीन बच्चों के लिए स्कूल खोला गया है जिसमे भिवानी के लोगों को सहयोग मिल रहा है.

इसे भी पढ़ें: चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर ब्रेल लिपि में लगाया गया नक्शा, नेत्रहीन यात्रियों को नहीं होगी परेशानी

'बाकी लोगों के लिए सीख है इन बच्चों का पाठ'
कार्यक्रम के आयोजनकर्ता राम अवतार ने बताया कि माता राम दुलारी मंदिर में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया. इस पाठ का आयोजन नेत्रहीन विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से नेत्रहीन विद्यार्थी बड़ी सुंदरता के साथ सुंदरकांड पाठ का गुणगान कर रहे हैं वह दूसरे लोगों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हैं. उन्होंने कहा कि ये विद्यार्थी देख नहीं सकते उसके बावजूद भी इतना अच्छी बात है वह मधुर वाणी में लोगों को सुना रहे हैं.

Intro:हम सब ने किसी भी मंदिर में पूजा करते हुए, पाठ पढ़ते हुए सुना होगा। लेकिन ऐसा बहुत कम देखने को मिला कि नेत्रहीन विद्यार्थी पाठ पढ़कर सुनाएं। भिवानी के बिचला बाजार में स्थित है माता राम दुलारी के मंदिर में आज एक पूजा का आयोजन किया गया। इस पूजा में नेत्रहीन विद्यार्थियों द्वारा सुंदरकांड पाठ का गुणगान बड़े ही सुंदर व मधुर वाणी से किया गया। जो भी इस सुंदरकांड पाठ को सुन रहा था वह इस पाठ को पढ़ रहे नेत्रहीन विद्यार्थियों की खूब प्रशंसा कर रहा था। क्योंकि ये नेत्रहीन विद्यार्थी ब्रेल लिपि पुस्तिका में गड़े हुए अक्षरों को से अपनी उंगलियों से महसूस करके पाठ को पढ़ रहे थे।

बता दे कि भिवानी के बिचला बाजार में स्थित माता रामदुलारी के मंदिर में नेत्रहीन विद्यार्थियों द्वारा सुंदरकांड पाठ का गुणगान किया गया । इन विद्यार्थियों ने ब्रेल लिपि के माध्यम से अपनी मधुर वाणी से पाठ पढ़ा । जिनकी तारीफ आए हुए सभी श्रद्धालुओं ने बड़ी जोरों से की इन विद्यार्थियों ने अपनी हाथ की उंगलियों से ब्रेन लिपि पुस्तिका में लिखे हुए सुंदरकांड पाठ को अपनी वाणी से पढ़ा । इन विद्यार्थियों में कुछ पाठ पढ़ रहे थे तो कुछ अपने हाथों से हारमोनियम ,ढोलकी बजा रहे थे ओर अन्य नेत्रहीन विद्यार्थी कोई अन्य वादक बजा रहा था । एक ही तरज में अभी विद्यार्थी सुंदरकांड पाठ पढ़ रहे थे और मंदिर में आये हुए श्रद्धालु पाठ में लीन हो रहे थे।


Body:दिव्यांग विद्यार्थियों के साथ पहुंचे दृष्टि बाधित दिव्यांग सशक्ति संस्था के डायरेक्टर लालचंद यादव ने बताया कि आज भिवानी के बिचला बाजार में स्थित है माता रामदुलारी मंदिर में दिव्यांग विद्यार्थियों द्वारा सुंदरकांड पाठ का गुणगान किया गया है। उन्होंने बताया कि यह विद्यार्थी अपनी ब्रेल लिपि का प्रयोग करके पाठ का गुणगान कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन सभी विद्यार्थियों की पढ़ाई भी ब्रेल लिपि के माध्यम से होती है और उन्होंने खुद भी ब्रेल लिपि से स्नातक की हुई है। उन्होंने बताया कि सभी विद्यार्थियों को स्कूल में ब्रेन लिपि पढ़ाई जाती है और अब भिवानी में भी नेत्रहीन बच्चों के लिए स्कूल खोला गया है जिसमे भिवानी के लोगों को सहयोग मिल रहा है ।

बाइट- लालचंद यादव ( डायरेक्टर - दृष्टि बाधित दिव्यांग शक्ति समिति।
Conclusion:कार्यक्रम के आयोजन कर्ता राम अवतार व पाठ्य सुनने आए श्रद्धालु चंद्रगिरि ने बताया कि माता राम दुलारी मंदिर में सुंदरकांड पाठ का आयोजन किया गया इस पाठ का आयोजन। नेत्रहीन विद्यार्थियों के एक समूह द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से नेत्रहीन विद्यार्थी बड़ी सुंदरता के साथ सुंदरकांड पाठ का गुणगान कर रहे हैं तो यह दूसरे लोगों के लिए भी एक प्रेरणा का स्रोत हैं कि वह देख नहीं पाते उसके बावजूद भी इतना अच्छा बात है वह मधुर वाणी में लोगों को सुना रहे हैं।

बाइट- राम अवतार ओर चंद्रगिरि

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