भिवानी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को 67वीं बार मन की बात कार्यक्रम के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. जिसे भिवानी वासियों ने रेडियो और टीवी पर सामूहिक रूप से सोशल डिस्टेंसिंग के साथ सुना. 36 मिनट के अपने भाषण में पीएम ने विभिन्न पहलुओं पर बातचीत की.
प्रधानमंत्री ने सर्वप्रथम देशवासियों को करगिल विजय दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भारतीय सेना ने दुर्गम परिस्थितियों में करगिल की लड़ाई लड़ते हुए देश को विजय दिलाई. देश के युवाओं को चाहिए कि वे ऐसे वीर जवानों के जीवन आदर्श से प्रेरणा लें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना जैसी आपदा के बीच अवसर को समझने वाले ऐसे छोटे उद्यमियों की चर्चा की. जिन्होंने अपनी रचनात्मक सोच से रोजगार को स्थापित करने का काम किया.
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने छात्र-छात्राओं को शिक्षा संबंधी विचार रखने का अवसर दिया. जिसमें हरियाणा के पानीपत की छात्रा कीर्तिका नांधल ने बताया कि वे कड़ी मेहनत करके डॉक्टर बनना चाहती है. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कड़ी मेहनत के लिए अनुशासन और निरंतरता जारी रखनी चाहिए.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सात अगस्त को नेशनल हैंडलूम डे है. हैंडलूम की कारीगरी में भारत वर्षों से अग्रणीय रहा है. हमें हैंडलूम कारीगर को महत्व देना होगा. तभी हमारा ये हैंडलूम का गौरवपूर्ण इतिहास संरक्षित रह सकेगा. प्रधानमंत्री ने कहा कि रक्षाबंधन पर्व जल्द ही आने वाला है. ऐसे में कुछ रचनात्मक सोच रखने वाले लोग लोकल फॉर वोकल के महत्व को समझते हुए त्यौहार पर स्थानीय उत्पादों को महत्व देने का कार्य कर रहे हैं.
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भिवानी निवासी धर्मबीर, जितेंद्र और कुलदीप ने मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकल फॉर वोकल के महत्व को बेहतरीन तरीके से समझाया है. जिसे समय की जरूरत के अनुसार हम देशवासियों को अपनाना होगा. उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के पाठ को भी प्रधानमंत्री ने निरंतर अपनाए जाने की बात कही.