भिवानी : खेल नगरी के नाम से मशहूर भिवानी के खिलाड़ी अपनी मेहनत से रोज सफलता के नए आयाम छूते जा रहे हैं. इन्हीं में से एक है भिवानी के प्रदीप जिन्होंने पैरा एशियन गेम्स के डिस्कस थ्रो इवेंट में सिल्वर मेडल जीता और भिवानी के साथ पूरे हरियाणा की धाक जमा दी.
भिवानी में ग्रैंड वेलकम : चीन में आयोजित पैरा एशियन गेम्स के डिस्कस थ्रो में मेडल जीतकर वापस भिवानी के नौरंगाबाद आने पर उनका ग्रैंड स्वागत किया गया. इस दौरान भिवानी में जहरगिरी आश्रम के पीठाधीश्वर महंत अशोक गिरी महाराज ने उनका इस मौके पर सम्मान किया. अशोक गिरी ने कहा कि किसी भी लक्ष्य को हासिल करने के लिए पूरी जी-जान से मेहनत करनी चाहिए और खिलाड़ी प्रदीप ने ये साबित कर दिखाया है कि यदि सफलता पाने का जुनून सिर पर सवार हो तो फिर कोई भी चीज़ बाधा नहीं बन पाती भले ही वो दिव्यांगता ही क्यों ना हो.
सरकार की खेल नीति की तारीफ : इस मौके पर पदक विजेता खिलाड़ी प्रदीप ने सरकार की खेल नीति की जमकर तारीफ की और कहा कि सरकार की शानदार खेल नीति के चलते वे आज इस मुकाम को हासिल कर सके हैं. अपने दिनभर के शेड्यूल के बारे में बोलते हुए प्रदीप ने कहा कि वे शुद्ध शाकाहारी हैं और रोज सुबह 4 बजे उठकर गांव से साइकिल के जरिए भिवानी भीम स्टेडियम जाते थे और वहां लगभग 4 घंटे तक जमकर पसीना बहाते थे. साथ ही उन्होंने बताया कि खेल की प्रैक्टिस के बाद वे शाम तक रोहतक गेट के नजदीक स्थित टेलरिंग के शॉप में शाम 4 बजे तक सिलाई का काम करते थे. इसके बाद वे दोबारा खेल की प्रैक्टिस किया करते थे.
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