भिवानीः स्वास्थ्य विभाग हरियाणा ने जुलाई महीने को डेंगू व मलेरिया रोधी माह घोषित कर रखा है जो अक्तूबर तक चलेगा. डेंगू व मलेरिया की चपेट में लोग न आए इसलिए लोगों को (Dengue and Malaria awareness in Bhiwani) जागरूक किया जा रहा है. सीएमओ सहित विभाग की टीम और जनप्रतिनिधियों ने सैक्टर 13 व 23 में आम नागरिकों को डेंगू व मलेरिया के प्रति जागरूक किया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खड़े पानी में टैमीफोर्स दवाई व काले तेल का छिडक़ाव तथा छोटे तालाबों में गंबूजिया मछलियों छोड़ी जो मच्छरों का लारवा खत्म कर देगी. जिला पिछले साल डेंगू व मलेरिया को लेकर हाई रिस्क जोन मे था, इसलिए इस बार स्वास्थ्य विभाग कोई लापरवाही नहीं बरतना चाह रहा है और 142 टीमें रेपिड फीवर सर्वे कर रही हैं.
सिविल सर्जन डॉ. रघुबीर शांडिल्य ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर बुखार के मरीजों की जांच कर रही हैं. घर के अंदर कूलर, टंकी, होदी, फ्रीज, गमले, छतों पर पड़े कबाड़ को चेक उनमें मच्छर मारने की दवाईंया डाली जा रही हैं. उन्होंने बताया कि मलेरिया, डेंगू चिकनगुनिया आदि रोगों के पोजिटिव मरीजों के के लिए विशेष आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं. सामान्य अस्पताल के कमरा नंबर 225 में एसएसएच लैब स्थापित की गई है जिसमें मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया आदि के टेस्ट मुफ्त किये जाते हैं.
जिले की सभी प्राइवेट लेबोरेटरी व निजी अस्पताल संचालको को टेस्टों की फीस 600 रुपए से ज्यादा न वसूलने के आदेश दिये हुए हैं तथा नियमित तौर पर प्रतिदिन मलेरिया डेंगू, चिकनगुनिया आदि रोगों के पोजिटिव मरीजों की सूचना सिविल सर्जन कार्यालय भेजने के लिए कहा गया है. घर के अंदर कूलर, टंकी, होदी, फ्रीज, गमले, छतो पर पड़े कबाड़ आदि को नियमित तौर पर साफ सफाई करने के निर्देश भी दिए गए हैं. सीएमओ ने रविवार को सूखा दिवस मनाने की भी लोगों से अपील की है. डॉ. आशीष तंवर ने बताया कि जिले के 167 पानी के तलाबों में गंबूजिया मछली छोड़ दी गई है।