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मिनी क्यूबा की महिला मुक्केबाजों ने महिला दिवस पर दिए खास संदेश - भिवानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर भिवानी की महिला मुक्केबाजों ने सभी महिलाओं और लड़कियों को प्रेरित करते हुए खास संदेश दिए हैं.

bhiwani womans day celebration
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Published : Mar 8, 2021, 10:21 PM IST

Updated : Jun 8, 2021, 4:03 PM IST

भिवानी: मिनी क्यूबा के नाम से विख्यात भिवानी शहर की महिला मुक्केबाजों का योगदान महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण रहा है. उनकी उपलब्धियों से बालिकाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती हैं.

भिवानी में ओलंपियन मुक्केबाज पूजा बोहरा, अंतरराष्ट्रीय मेडलिस्ट स्वीटी बूरा, साक्षी, नुपुर श्योराण सहित दर्जनों महिला बॉक्सर आज महिला सशक्तिकरण का चेहरा बनी हुई हैं. जिन्होंने अपने व्यक्तित्व के दम पर पुरूषों के लिए माना जाने वाला मुक्केबाजी जैसे खेल में एक आम ग्रामीण परिवेश से उठकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है.

मिनी क्यूबा की महिला मुक्केबाजों ने महिला दिवस पर दिए खास संदेश

महिला दिवस के मौके पर वर्ल्ड कप मेडलिस्ट व एशियन चैंपियनशिप मेडलिस्ट मुक्केबाज स्वीटी बूरा ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरूषोंं के समकक्ष खड़ी हैं. इसके पीछे उनकी प्रगति व आगे बढ़ने की सोच ही है जिसके बूते बेटियां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नया मुकाम हासिल कर रही हैं. महिला दिवस के मौके पर उन्होंने सभी बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.

ये भी पढ़ें- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस: फरीदाबाद में महिलाओं के लिए दौड़ का आयोजन

वहीं 17 वर्षीय मुक्केबाज नुपुर श्योराण ने एशियन चैंपियनशिप में सहभागिता के साथ नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड व ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल सहित अनेक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त कर महिला सशक्तिरण कर संदेश दिया है. महिला दिवस के मौके पर मुक्केबाज नुपुर ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र मेें पुरूषों से कम नहीं हैं.

नुपुर कहती हैं कि महिला दो घरों को स्वर्ग बनाने का काम करती हैं. एक घरेलू महिला से लेकर अंतरक्षि तक का सफर आज महिलाओं ने तय किया है और अपनी उपलब्धियों के चलते महिलाओं ने दुनिया के सामने बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.

वहीं भिवानी की 17 वर्षीय मुक्केबाज दीपिका ने स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड, नेशनल चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल, सीबीएसई नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के साथ ही मुक्केबाजी में अपनी धुआंधार शुरूआत के साथ ही युवा महिला बॉक्सरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हैं. उनका कहना है कि लड़कियों को अपने आप को कहीं भी कम ना आंकते हुए खेल, शिक्षा या किसी भी क्षेत्र में अपना नाम जरूर कमाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज केंद्र व राज्य सरकार भी महिला सशक्तिरण को लेकर जागरूक हैं.

ये भी पढ़ें: दक्षिण सूडान में यूनाइटेड नेशन आर्मी में तैनात होकर देश की सेवा कर रही है भिवानी की मेजर बिंदेश्वरी

भिवानी: मिनी क्यूबा के नाम से विख्यात भिवानी शहर की महिला मुक्केबाजों का योगदान महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण रहा है. उनकी उपलब्धियों से बालिकाओं को आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती हैं.

भिवानी में ओलंपियन मुक्केबाज पूजा बोहरा, अंतरराष्ट्रीय मेडलिस्ट स्वीटी बूरा, साक्षी, नुपुर श्योराण सहित दर्जनों महिला बॉक्सर आज महिला सशक्तिकरण का चेहरा बनी हुई हैं. जिन्होंने अपने व्यक्तित्व के दम पर पुरूषों के लिए माना जाने वाला मुक्केबाजी जैसे खेल में एक आम ग्रामीण परिवेश से उठकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नाम कमाया है.

मिनी क्यूबा की महिला मुक्केबाजों ने महिला दिवस पर दिए खास संदेश

महिला दिवस के मौके पर वर्ल्ड कप मेडलिस्ट व एशियन चैंपियनशिप मेडलिस्ट मुक्केबाज स्वीटी बूरा ने कहा कि महिलाएं आज हर क्षेत्र में पुरूषोंं के समकक्ष खड़ी हैं. इसके पीछे उनकी प्रगति व आगे बढ़ने की सोच ही है जिसके बूते बेटियां राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नया मुकाम हासिल कर रही हैं. महिला दिवस के मौके पर उन्होंने सभी बेटियों को आगे बढ़ने की प्रेरणा दी.

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वहीं 17 वर्षीय मुक्केबाज नुपुर श्योराण ने एशियन चैंपियनशिप में सहभागिता के साथ नेशनल चैंपियनशिप में गोल्ड व ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल सहित अनेक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में मेडल प्राप्त कर महिला सशक्तिरण कर संदेश दिया है. महिला दिवस के मौके पर मुक्केबाज नुपुर ने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र मेें पुरूषों से कम नहीं हैं.

नुपुर कहती हैं कि महिला दो घरों को स्वर्ग बनाने का काम करती हैं. एक घरेलू महिला से लेकर अंतरक्षि तक का सफर आज महिलाओं ने तय किया है और अपनी उपलब्धियों के चलते महिलाओं ने दुनिया के सामने बेहतरीन उदाहरण पेश किया है.

वहीं भिवानी की 17 वर्षीय मुक्केबाज दीपिका ने स्टेट चैंपियनशिप में गोल्ड, नेशनल चैंपियनशिप में ब्रांज मेडल, सीबीएसई नेशनल गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त करने के साथ ही मुक्केबाजी में अपनी धुआंधार शुरूआत के साथ ही युवा महिला बॉक्सरों के लिए प्रेरणास्त्रोत बनी हैं. उनका कहना है कि लड़कियों को अपने आप को कहीं भी कम ना आंकते हुए खेल, शिक्षा या किसी भी क्षेत्र में अपना नाम जरूर कमाना चाहिए. उन्होंने कहा कि आज केंद्र व राज्य सरकार भी महिला सशक्तिरण को लेकर जागरूक हैं.

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Last Updated : Jun 8, 2021, 4:03 PM IST
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