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भिवानी में शिक्षा विभाग द्वारा शहीद जवानों को दी गई श्रद्धांजलि - जिला शिक्षा अधिकारी न्यूज भिवानी

भिवानी के जिला शिक्षा अधिकारी ने एलएसी पर शहीद 20 भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम सैनिकों की बदौलत ही खुली हवा में सांस ले रहे हैं.

bhiwani district education officer pay tribute to martyred Indian soldiers on LAC
सैनिकों की बदौलत देश ले रहा आजादी की हवा में सांस
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Published : Jun 19, 2020, 6:53 PM IST

भिवानी: लद्दाख के गलवान घाटी में हुई भारत और चीन सैनिकों के बिच सैन्य झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्हें खंड शिक्षा अधिकारी ने सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष के लिए 3.31 लाख रु का चेक सौंपा. उन्होंने कहा कि सीमा पर सजग प्रहरियों की बदौलत ही हम खुली हवा में आजादी से सांस ले रहे हैं.

जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए वीर जवानों द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च बलिदान राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है. इस दौरान उनके साथ खंड शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र पाल, उनके कार्यालय स्टाफ सदस्यों, अध्यापकों और प्राध्यापकों ने एलएसी पर शहीद हुए जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी.

ये भी पढ़ें: लद्दाख के शहीदों को श्रद्धांजलि : बिहार में सिपाही जयकिशोर के सम्मान में उमड़ा जनसैलाब

जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी लोहारू की ओर से उन्हें सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष के लिए तीन लाख 31 हजार रुपए का चेक सौंपा गया है, जो कि एक सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक पूरे हौसले के साथ हर पल सीमा पर चौकस खड़ें हैं, तभी हम अपने घरों में सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों को सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष में बढ़-चढ़कर योगदान करना चाहिए.

श्योराण ने कहा कि हाल ही में एलएसी पर हुई घटनाओं और चीन के कुटिल चरित्र के चलते हर भारतवासी के मन में चीन के प्रति गुस्सा है. उन्होंने बताया कि वैसे तो चीन के माल का बहिष्कार जनवरी से ही शुरू हो चुका था, मगर हालिया घटनाओं के बाद पूरे देश में चीनी उत्पादों का उपयोग न करने की लहर चल पड़ी है. उन्होंने कहा कि हमारी जमीन पर गिद्ध दृष्टि रखने वाले चीन को सबक सिखाने के लिए उसे सैनिक के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर चोट देना भी जरूरी है.

ये भी पढ़ें: तिब्बती राष्ट्रपति बोले- चीन को भारत की क्षेत्रीय संप्रभुता का सम्मान करना चाहिए

बता दें कि, 15/16 जून की रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई. जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. वहीं इस लड़ाई में 40 चीनी सैनिकों के भी हताहत होने की खबर है, लेकिन चीन ने अभी तक अपने सैनिकों के मरने की पुष्टि नहीं की है. वहीं चीन द्वारा भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला करने के खिलाफ पूरे भारत में चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है. इसके लिए सोशल मीडिया पर बैन चीनी प्रोडक्ट का हैसटेग भी चल पड़ा है. पूरे भारत में चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है.

भिवानी: लद्दाख के गलवान घाटी में हुई भारत और चीन सैनिकों के बिच सैन्य झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों को जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान उन्हें खंड शिक्षा अधिकारी ने सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष के लिए 3.31 लाख रु का चेक सौंपा. उन्होंने कहा कि सीमा पर सजग प्रहरियों की बदौलत ही हम खुली हवा में आजादी से सांस ले रहे हैं.

जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने कहा कि देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए वीर जवानों द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च बलिदान राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है. इस दौरान उनके साथ खंड शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र पाल, उनके कार्यालय स्टाफ सदस्यों, अध्यापकों और प्राध्यापकों ने एलएसी पर शहीद हुए जवानों के लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी.

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जिला शिक्षा अधिकारी अजीत सिंह श्योराण ने बताया कि खंड शिक्षा अधिकारी लोहारू की ओर से उन्हें सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष के लिए तीन लाख 31 हजार रुपए का चेक सौंपा गया है, जो कि एक सराहनीय कदम है. उन्होंने कहा कि हमारे सैनिक पूरे हौसले के साथ हर पल सीमा पर चौकस खड़ें हैं, तभी हम अपने घरों में सुरक्षित हैं. उन्होंने कहा कि सभी देशवासियों को सेना लड़ाई हताहत कल्याण कोष में बढ़-चढ़कर योगदान करना चाहिए.

श्योराण ने कहा कि हाल ही में एलएसी पर हुई घटनाओं और चीन के कुटिल चरित्र के चलते हर भारतवासी के मन में चीन के प्रति गुस्सा है. उन्होंने बताया कि वैसे तो चीन के माल का बहिष्कार जनवरी से ही शुरू हो चुका था, मगर हालिया घटनाओं के बाद पूरे देश में चीनी उत्पादों का उपयोग न करने की लहर चल पड़ी है. उन्होंने कहा कि हमारी जमीन पर गिद्ध दृष्टि रखने वाले चीन को सबक सिखाने के लिए उसे सैनिक के साथ-साथ आर्थिक मोर्चे पर चोट देना भी जरूरी है.

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बता दें कि, 15/16 जून की रात लद्दाख के गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के बीच झड़प हो गई. जिसमें भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए. वहीं इस लड़ाई में 40 चीनी सैनिकों के भी हताहत होने की खबर है, लेकिन चीन ने अभी तक अपने सैनिकों के मरने की पुष्टि नहीं की है. वहीं चीन द्वारा भारतीय सैनिकों पर धोखे से हमला करने के खिलाफ पूरे भारत में चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है. इसके लिए सोशल मीडिया पर बैन चीनी प्रोडक्ट का हैसटेग भी चल पड़ा है. पूरे भारत में चीनी सामान का बहिष्कार किया जा रहा है.

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