भिवानीः नगर परिषद कर्मचारियों ने अवैध निर्माण धारकों के खिलाफ शिकंजा कसा है. नगर परिषद ने भिवानी में अवैध निर्माण को गिरा दिया और निर्माण सामग्री को भी अपने कब्जे में ले लिया. आरोपी ने नगर परिषद भूमि पर गेट लगाकर अपना ताला भी लगा रखा था.
नगर परिषद के चेयरमैन रण सिंह यादव ने कहा कि नप भूमि पर किसी भी प्रकार से कब्जा करने वालों को बख्शा नहीं जाऐगा. सूचना मिलते ही तत्काली कार्यवाही की जाएगी. बता दें पुराना हाऊसिंग बोर्ड शिव मंदिर के पीछे नगर परिषद की जमीन पर जन स्वास्थ्य विभाग ने करीब ढाई दशक पूर्व सीवर डिस्पोजल बनाया था. शहर में सीवर विस्तार के बाद हाऊसिंग बोर्ड ने जलभराव की स्थिति से निजात मिली तो डिस्पोजल भी नकारा हो गया.
सितम्बर 2017 में जन स्वास्थ्य विभाग ने ये जगह दोबारा नगर परिषद को लौटा दी. खाली जगह को देखकर हाऊसिंग बोर्ड निवासी लोगों ने साथ लगती गली पर पहले अवैध निर्माण किया तो किसी ने कोई संज्ञान नहीं लिया. बस फिर क्या था बुलंद हौसलों के साथ डिस्पोजल की खाली पड़ी जमीन पर रातोंरात दीवार बनाने की कार्यवाही शुरू हो गई.
मामला जब जनस्वास्थ्य विभाग के पास पहुंचा तो उन्होंने बताया कि 17 सितम्बर 2017 को नगर परिषद को दे दी गई थी.जानकारी मिलने के बाद नप अध्यक्ष रण सिंह यादव, पार्षद संदीप के साथ मौके पर पहुंचे और अवैध निर्माण कर रहे व्यक्ति से कागजात मांगे. जब वो व्यक्ति कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाया तो तत्काल नप का अमला व जेबीसी मौके पर बुलाई गई.
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चेयरमैन ने खुद मौके पर खड़े होकर नगर परिषद की भूमि पर पड़े सामान को भी अपने कब्जे में ले लिया और आरोपी के खिलाफ के खिलाफ जांच कराने के आदेश दिये. इस जालसाजी में नगर परिषद के एक कर्मचारी की भी भूमिका संदेह के घेरे में इस कर्मचारी को मौके पर बुलाया गया लेकिन वह कोई जवाब नहीं दे पाया। चेयरमैन रण सिंह यादव ने जब भूमि पर कब्जा करने वाले व्यक्ति से अपने मकान की रजिस्टरी मांगी तो वह 151 गज व जो रजिस्टरी दिखा रहा था वह निर्माण से कही अधिक थी।