भिवानी: मिनी क्यूबा कहे जाने वाले भिवानी जिले के खिलाड़ियों ने अपने मुक्कों का दम पूरी दुनिया को दिखाया है. इन्ही में से एक खिलाड़ी हैं देवसर गांव निवासी मनीष कौशिक. मनीष का अब ओलंपिक खेलना लगभग तय है. वो जोर्डन में ओलंपिक के लिए अंतिम क्वालिफाई करने जाएंगे. मनीष से अब हर किसी को ओलंपिक में गोल्ड की उम्मीद बंधी है.
ओलंपिक क्वालिफाई के लिए मनीष ने लिया आशीर्वाद
बता दें, मनीष कौशिक वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतने के बाद सुर्खियों में आए थे. मनीष कौशिक 12 साल पहले 8वीं कक्षा से ही बॉक्सिंग में दांव-पेच आजमा रहे हैं. पटियाला में ट्रेनिंग ले रहे मनीष कौशिक अपने पैतृक गांव देवसर पहुंचे. यहां उन्होंने देवसर धाम में माता रानी और फिर अपने परिजनों का आशीर्वाद लिया.
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गांव देवसर के लाल मनीष कौशिक से बंधी ओलंपिक गोल्ड की उम्मीद
मनीष कौशिक ने बताया कि वर्ल्ड चैंपियनशिप में कांस्य पदक मिलने पर हौसला बढ़ा है. मनीष ने बताया कि अब वो ट्रेनिंग के लिए इटली जाएंगे और वहां से फिर ओलंपिक के लिए अंतिम क्वालिफाई करने जोर्डन जाएंगे. मनीष ने बताया कि उसे पूरी उम्मीद और भरोसा है कि माता रानी के आशीर्वाद और अपनी कड़ी मेहनत से जोर्डन में ओलंपिक कोटा हांसिल करेंगे और फिर ओलंपिक में देश को गोल्ड दिलाने के लिए लड़ेंगे.
पिता को है अपने 'मुक्केबाज' पर गर्व
मनीष के पिता सोमदत्त कौशिक को अपने लाडले पर पूरा गर्व है. सोमदत्त ने कहा कि उन्हें ही नहीं पूरे गांव को गर्व और खुशी है और पूरी उम्मीद है कि उनका लाल ओलंपिक में गोल्ड मेडल लेकर आएगा. अब ना केवल मिनी क्यूबा (भिवानी) को, बल्कि पूरे देश को उम्मीद है कि मनीष कौशिक की गोल्ड लाने की कोशिश जरूर पूरी होगी.