भिवानीः शहर के सड़कों की हालत पिछले कई महीनों से जर्जर हो रही हैं. इस कारण लोगों के लिए वाहन चलाना तो दूर की बात, पैदल चलना भी मुश्किल हो रहा हैं. शहर के रोहतक चौक से लोहारू रोड, रेलवे ओवरब्रिज तक का मार्ग तो राष्ट्रीय राजमार्ग 709 के अंतर्गत आता है. इस मार्ग की हालत इतनी खस्ता है कि अगर अंधेरे में आप दस कदम चल दिए तो निश्चित रूप से कमर में लचक आएगी और कितने दिन परेशानी झेलनी पड़ेगी, इसका अंदाजा को सही से डॉक्टर भी नहीं लगा पाएंगे.
पल्ला झाड़ लेते हैं प्रशासनिक अधिकारी
भिवानी के इन रास्तों की समस्या को जब भी लोकनिर्माण विभाग या जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया जाता है तो तोते की तरह रटा-रटाया एक ही जवाब मिलता है, ये मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग अभिकरण के तहत आता है. इसका रख-रखाव या नवीनीकरण उन्हीं की जिम्मेदारी है. लोग भले ही कितनी परेशानी झेलते रहे और कितनी ही बार शिकायत करते रहे. सुनने वाला कोई नहीं तो समस्या का समाधान भी संभव नही हैं.
स्थानीय लोगों का आरोप
इस बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि इस मार्ग की हालत से पैदा हो रही परेशानियों को लेकर शहर के लोगों ने अनेक बार सांसद धर्मबीर और विधायक घनश्याम सर्राफ को भी शिकायत की है. लोगों का कहना है कि सांसद और विधायक ने आश्वासन दिए, जो कोरे ही साबित हुए है. धरातल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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घंटो लगा रहता है जाम
रोहतक चौक से बावड़ी गेट, दादरी गेट, हनुमान ढ़ाणी, हालुवास गेट होकर ऊपर गामी रेलवे पुल तक सड़क की हालत बेहद जर्जर हो चुकी है. आलम ये है कि अगर कोई वाहन एक बार सड़क के बीच बने गड्ढे में रूक गया तो लंबा जाम लग जाता हैं और उसे खुलवाने में यातायात पुलिस को कई घंटों की मशक्कत करनी पड़ती है. इस मार्ग पर रख-रखाव की बात करें तो राष्ट्रीय राजमार्ग अभिकरण द्वारा कई बार लीपापोती का स्वांग किया गया हैं.