भिवानी: प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि भिवानी जिले के गांव गरवा में 100 करोड़ रुपए की लागत से उत्तर भारत का सबसे बड़ा उत्कृष्ट मछली पालन अनुसंधान केंद्र का निर्माण करवाया जाएगा. इसके अलावा कृषि, बागवानी, पशुपालन तथा मोटे अनाज के अनुसंधान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं, ये अनुसंधान केंद्र किसानों की पैदावार बढ़ाने के साथ-साथ उनकी आय में इजाफा करेंगे. इनका निर्माण पूरा होने के साथ ही क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे.
कृषि मंत्री जेपी दलाल ने बुधवार को गोपालवास, कासनीकलां, सुरपुराखुर्द, बहल तथा शेरला गावों का दौरा किया. यहां उन्होंने लोगों को संबोधित किया और उनकी समस्याएं सुनकर उनका समाधान करने के निर्देश दिए. इस दौरान कृषि मंत्री ने कहा कि बाजरे जैसे मोटे अनाज को प्रोत्साहित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2023 को मिलेट्स वर्ष घोषित किया है. इससे बाजरे और मोटे अनाज उत्पादन क्षेत्रों के किसानों को बहुत बड़ा फायदा होगा.
बाजरे का भाव बढ़ेगा और विकसित देशों में इसका निर्यात हो सकेगा. गोकुलपुरा में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा 50 करोड़ की लागत से मोटे अनाज अनुसंधान केंद्र की स्थापना की जा रही है. उन्होंने कहा कि केंद्र का निर्माण कार्य प्रगति पर है. इसके अलावा खरकड़ी में महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविद्यालय का उत्कृष्ट केंद्र स्थापित किया जा रहा है.
गांव गिगनाऊ में 60 एकड़ भूमि पर इंडो इजरायल तकनीक पर आधारित बागवानी का एक्सीलेंस सेंटर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. किसानों को आधे रेट पर सब्जियों तथा फलों की पौध दी जा रही है. कृषि मंत्री ने कहा कि बहल में 10 करोड़ रुपए की लागत से लुवास के हरियाणा पशु विज्ञान केंद्र की स्थापना की जा रही है. कृषि मंत्री ने बहल के सरपंच से आग्रह किया कि यदि उनको लुवास केंद्र के भवन का निर्माण कार्य होने तक कोई भवन उपलब्ध करा दिया जाए तो लुवास केंद्र अपना कार्य अस्थाई रूप से शुरू कर देगा.
इसका निर्माण कार्य पूरा होने पर पशुओं के सभी प्रकार की रोगों की जांच, ऑपरेशन व एक्सरे की सुविधा उपलब्ध होगी. पशु रोगों के विशेषज्ञ भी यहां उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने कहा कि गांव सलेमपुर में 10 करोड रुपए की लागत से वीटा का प्लांट स्थापित किया जाएगा तथा इसका फायदा दुग्ध उत्पादक किसानों को होगा. गांव बरालू में अनाज भंडारण केंद्रों की स्थापना की जा रही है.
लोहारू में बकरी प्रजनन केंद्र स्थापित किया जा रहा है. क्षेत्र की इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के उपरांत यह क्षेत्र कृषि, बागवानी, मोटे अनाज, मछली पालन तथा पशुपालन का हब बन जाएगा. कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि गरीब परिवारों की आय बढ़ाने व आजीविका के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 15 बकरी व एक बकरा 90 प्रतिशत अनुदान पर 10 हजार रुपए में दिया जा रहा है, जिससे जरूरतमंद परिवार अपनी आजीविका कमा सके.