भिवानी: कोरोना की दूसरी लहर ने गांवों में भी अपना तांडव दिखाना शुरू कर दिया है. बता दें कि शहरों में कोरोना के हालात कुछ सुधरे हैं. लेकिन गांवों में हालात ऐसे बिगड़े हैं कि मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. केंद्रीय मंत्री और जनरल रह चुके वीके सिंह के गांव बापोडा में भी कोरोना से दर्जनों मौत हुई हैं.
गावों में बढ़ते कोरोना कहर का कारण गांवों में टेस्टिंग और वैक्सीनेशन का ना होना माना जा रहा है. बता दें कि कोरोना को लेकर अब लोगों में इतना डर है कि कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा है. गांव बापोडा के सरपंच नरेश ने बताया कि मरने वालों में 3-4 पॉजिटिव थे. उन्होंने बताया कि अब डीसी जयबीर सिंह आर्य ने एसपी और सीएमओ के साथ गांव में आकर कोविड सेंटर बनाया है. जहां टेस्टिंग और वैक्सीन का काम शुरू हुआ है.
बापोड़ा गांव निवासी सतपाल तंवर ने बताया कि गांव वाले पहले टेस्टिंग और वैक्सीन से डरते थे. उन्होंने कहा कि टेस्टिंग ना होने के कारण यह मौतें कोरोना के कारण हुई मानी जा रही हैं. वहीं बापोडा गांव में कोविड सेंटर इंचार्ज डॉ. मोनिका ने बताया कि आज बापोड़ा गांव में 70 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है और 30 लोगों के कोरोना टेस्ट किए हैं. जिनमें कोई पॉजिटिव नहीं मिला है. डॉ. मोनिका ने कहा कि यह काम लगातार जारी रहेगा.
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बता दें कि कोरोना महामारी में जिला के हर गांव का यही हाल है. बापोडा के पड़ोसी गांव तिगड़ाना में भी यही हाल है. लेकिन तिगड़ाना गांव के सरपंच प्रदीप ने अच्छी पहल की है. तिगड़ाना गांव में सरपंच मुनादी करवा रहे हैं कि कोई भी घर से बेवजह बाहर निकला, ताश खेलते मिला या सामूहिक हुक्का पीते मिला तो 500 रुपए जुर्माना लगाया जाएगा.
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