भिवानी: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ तोशाम हल्के में चल रहे धरने को समर्थन देने के लिए इनेलो के प्रधान महासचिव व विधायक अभय सिंह चौटाला तोशाम पहुंचे. अभय चौटाला ने हल्के के गांव खरकड़ी माखवान, थिलोड़, पटौदी, बुसान में चल रहे धरनों पर पहुंचकर किसानों को अपना समर्थन दिया.
इनेलो प्रधान महासचिव ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों को दबाने का प्रयास कर रही है. सरकार को तुरंत किसानों की मांगों को मानकर आंदोलन को समाप्त करवाना चाहिए. अभय चौटाला ने कहा कि पूरे हरियाणा में उन्होंने किसानों को तीनों काले कानूनों के खिलाफ जागरूक किया है.
उन्होंने कहा कि आज अगर सरकार ने किसानों की बात नहीं मानी तो किसान बर्बाद हो जाएगा. ये कृषि कानून लागू होने से किसान के सामने अनेक समस्याएं खड़ी हो जाएंगी और किसान अपनी जमीन बेचने के लिए मजबूर हो जाएगा.
अभय चौटाला ने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ जो आंदोलन चल रहा है. उसमें हरियाणा के किसान की सबसे ज्यादा भागीदारी है क्योंकि हरियाणा, दिल्ली के चारों तरफ फैला हुआ है और हरियाणा कृषि प्रधान प्रदेश है. पंजाब, राजस्थान, बिहार, उतरप्रदेश सहित कई राज्यों के किसान भी आंदोलन में भागीदार बने हुए हैं.
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चौटाला ने कहा कि उन्होंने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए विधायक पद से इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया है. उनके लिए पद कोई मायने नहीं रखता. किसान उनके लिए पद से पहले हैं. जो किसान का वोट लेकर विधायक बने हुए हैं और आज वे किसानों के पक्ष में अपना इस्तीफा नहीं दे रहे हैं, वे आने वाले समय में गांव के पंच भी नहीं बन पाएंगे.
अभय सिंह चौटाला ने कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस का दिवालिया पिट गया है. आज जो कृषि कानून बने हुए हैं उनका ड्राफ्ट 2012 में बना था और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा भी उस कमेटी में शामिल थे.
कांग्रेसी प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात कहकर अखबारों की सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं. बुधवार को तोशाम से अभय सिंह चौटाला ने बुधवार को स्वयं ट्रैक्टर चलाकर कृषि कानूनों के खिलाफ यात्रा की शुरूआत की.
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