भिवानी: कोरोना महामारी के कारण प्रदेश भर में बंद हुए स्कूल के चलते बिगड़ी शिक्षा व्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. पहले प्रदेश सरकार द्वारा 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं सुचारू रूप से लगाई गई, जिसके बाद अब डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा पत्र जारी कर छठी से 8वीं तक की कक्षाएं लगाए जाने की अनुमति दी गई है. जिसमें बच्चों को मास्क, सैनेटाईजर व सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए पढ़ाया जाएगा.
बता दें कि, डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा 29 जनवरी को पत्र जारी कर 6वीं से 8वीं तक की कक्षाएं सुचारू रूप से लगाने की अनुमति दी है. ये कक्षाएं एक फरवरी से सुचारू रूप से सुबह 10 बजे से डेढ़ बजे तक लगाई जाएंगी.
माता-पिता की अनुमति के बाद मिलेगा स्कूल में प्रवेश
बच्चों को पीएचसी व सीएचसी से मेडिकल प्रमाण पत्र व माता-पिता की अनुमति के साथ ही स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा. वही यदि किसी स्कूल में एक विद्यार्थी कोरोना पॉजिटीव पाया जाता है तो उस विंग को और 10 बच्चे पॉजिटीव पाए जाते हैं तो पूरे स्कूल को बंद कर दिया जाएगा.
सुबह 10 बजे से लगाई जाएंगी कक्षाएं
भिवानी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के प्राचार्य शिव कुमार तंवर ने बताया कि डायरेक्टर सेकेंडरी एजुकेशन द्वारा पत्र जारी कर जानकारी दी गई है कि 6वीं से 8वीं तक की कक्षाएं एक फरवरी से साढ़े तीन घंटे के लिए सुबह 10 बजे से डेढ़ बजे तक लगाई जाएंगी. उन्होंने बताया कि स्कूलों में आने वाले सभी बच्चों को चिकित्सकों से अनुमति लेकर आना होगा. जिसमें कोविड-19 के लक्षण नहीं होने पर ही स्कूलों में एंट्री दी जाएगी.
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एक विद्यार्थी पॉजिटिव आने पर विंग बंद, 10 बच्चे पॉजिटिव आने पर स्कूल होंगे बंद
वहीं विद्यार्थियों की प्रतिदिन थर्मल स्क्रीनिंग द्वारा तापमान की जांच की जाएगी. उन्होंने बताया कि यदि किसी स्कूल में एक विद्यार्थी कोरोना पॉजिटीव पाया जाता है, उस विंग को और 10 बच्चे पॉजिटीव पाए जाते हैं तो पूरे स्कूल को बंद कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि अब बच्चे स्कूलों में आकर अध्यापकों से अपने डाऊट क्लीयर कर पाएंगे, जो कि ऑनलाईन कक्षाओं के दौरान नहीं कर पाते थे.