भिवानी: प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल और पुरातत्व-संग्रहालय मंत्री अनूप धानक ने शनिवार को लोहारू के ऐतिहासिक किले का अवलोकन किया. उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक किले का अधिग्रहण फाइनल नोटिफिकेशन होने के बाद किया जाएगा.
'किले को पर्यटन स्थल के रूप में किया जाएगा विकसित'
उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित कर इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, ताकि आने वाली पीढ़ियां लोहारू के इतिहास से रूबरू हो सके. इस मौके पर एसडीएम जगदीश चंद्र, पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग की उप निदेशक बनानी भट्टाचार्य, तकनीकी सहायक रविकांत और अनेक कार्यकर्ता मौजूद थे.
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400 साल पुराना है लोहारू का ऐतिहासिक किला
बता दें, लोहारू का ऐतिहासिक किला करीब 400 वर्षों से अधिक पुराना है और राजपुताना से लेकर नवाबी हुकूमत तक ये किला इतिहास की अनेक घटनाओं का साक्षी रहा है. वर्तमान में ये किला संरक्षण के अभाव में अपना अस्तित्व खोने लगा है.
ऐसे में शनिवार को हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय मंत्री अनूप धानक और हरियाणा के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने लोहारू के इस ऐतिहासिक किले का अवलोकन किया.
लोहारू किले के सौंदर्यीकरण को लेकर मंत्रियों ने क्या कहा?
पत्रकारों से बात करते हुए दोनों मंत्रियों ने कहा कि लोहारू का ये किला प्रदेश के इतिहास की धरोहर है. सरकार इस धरोहर को संरक्षित रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी. इसके पहले चरण में भवन की मरम्मत करके इसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा. इतिहास से जुड़ी किसी भी इमारत या स्मारक से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाएगी. लोहारू के इतिहास से जुड़े तथ्यों को संकलित करके किले में उल्लेख किया जाएगा.