भिवानी : हरियाणा के खिलाड़ी जहां भी खेलते हैं, प्रदेश का नाम जरूर रौशन करते हैं. इसी कड़ी में गोवा में आयोजित 37वें राष्ट्रीय खेलों में हरियाणा की भिवानी से आने वाली जयंती बाई ने इतिहास रचा है और राष्ट्रीय पटल पर अपना लोहा मनवाया है.
ट्रायथलन में जीता ब्रॉन्ज मेडल : भिवानी की बेटी जयंती ने ट्रायथलन इवेंट के सीनियर वर्ग में हिस्सा लेते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीता और प्रदेश को गौरवान्वित करने का काम किया है.
घर आने पर ग्रैंड वेलकम : हरियाणा वापस लौटने पर पदक विजेता खिलाड़ी जयंती बाई का स्थानीय हालु बाजार के मानक चंद गली में उनके घर पर खेल प्रेमियों ने भव्य स्वागत किया. इस दौरान भिवानी-महेंद्रगढ़ से लोकसभा सांसद की पत्नी मुन्नी देवी भी वहां मौजूद थी और उन्होंने पदक विजेता बेटी का हौसला बढ़ाया और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की. साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश की बेटियां अपनी प्रतिभा के दम पर प्रदेश का राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पटल पर नाम रौशन कर रही है. भिवानी की बेटियां किसी भी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं है. जयंती की उपलब्धि बाकी बेटियों को आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगी.
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परिजनों ने क्या कहा ? : इस मौके पर जयंती बाई के पिता नरेश कुमार और उसकी मां रानी ने कहा कि जयंती बचपन से ही होनहार और अनुशासन में रहने वाली खिलाड़ी रही है. जयंती ने खेल महाकुंभ, ओपन स्टेट चैंपियनशिप, स्कूल नेशनल गेम्स समेत कई प्रतियोगिताओं में अनेकों पदक जीतकर हमेशा उनका मान बढ़ाया है.
जयंती ने क्या कहा ? : इस मौके पर मेडल विजेता खिलाड़ी जयंती बाई ने अपनी उपलब्धि का क्रेडिट कोच अंकुर सिंह सैनी और अपने माता-पिता को दिया. उसने कहा कि इनके सपोर्ट के चलते ही आज वो इस मुकाम पर है.