भिवानी: जिले में स्वास्थ्य विभाग अभी कोरोना महामारी से जूझ रहा है. बता दें कि कोरोना के साथ ही खतरनाक बीमारी ब्लैक फंगस ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है. इस खतरनाक बीमारी ने अब भिवानी में भी पैर पसारने शुरू कर दिये हैं. अब तक भिवानी में 10 केसों की पुष्टि हुई है.
उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने शिक्षा बोर्ड में ब्लैक फंगस का कंट्रोल रूम स्थापित कर शिक्षा बोर्ड सचिव को इसका नोडल अधिकारी नियुक्त कर दिया है. बता दें कि भिवानी में ब्लैक फंगस का पहला केस गांव खरक से सामने आया था. इसके बाद जैसे जैसे स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी जुटानी शुरू की और सभी अस्पतालों को तुरंत ऐसे केस की जानकारी देने को अलर्ट किया तो अब तक 10 केसों की पुष्टि हो गई है.
डीसी जयबीर सिंह आर्य ने कहा कि इन सभी का इलाज रोहतक पीजीआई और अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने बताया कि कंट्रोल रूम से कोरोना संक्रमण से ठीक हुए सभी लोगों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी. जिसमें भी लक्षण मिलेंगे उसे सीएमओ डॉ. सपना गहलावत पीजीआई रोहतक या अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाने की व्यवस्था करेंगी.
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बता दें कि बढ़ते ब्लैक फंगस को देखते हुए डीसी जयबीर सिंह आर्य ने आदेश जारी कर दिये हैं कि बिना डॉक्टर की सलाह के दुकानदार किसी को भी स्टेरॉयड दवा ना बेचें. डीसी जयबीर सिंह आर्य ने कहा है कि अगर कोई दुकानदार बिना डॉक्टर की सलाह के स्टेरॉयड बेचता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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