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'सातवें आसमान' पर पहुंचे सब्जियों के दाम, सप्ताह के अंदर दोगुनी हुई कीमत

बरसात के मौसम में सब्जी के दाम आसमान छूने लगे हैं. 15 से 20 रुपये किलो बिकने वाली सब्जियां अब 35 से 40 रुपये किलो के हिसाब से बिक रही हैं.

बढ़ रहे सब्जियों के दाम से आमजन परेशान
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Published : Jul 25, 2019, 6:53 PM IST

अंबाला: बरसात का मौसम शुरू होते ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. आलम ये है कि 15 से 20 रुपये किलो बिकने वाली सब्जी अब 35 से 40 रुपये किलो बिकने लगी है. लोगों का कहना है कि सरकार को सब्जी के रेट नियंत्रित करने चाहिए.

अंबाला में प्याज और अदरक के रेट दोगुने हो चुके हैं. वहीं परचून की दुकानों और रेहड़ी वालों के रेट होल सेल मंडी से 10 से 20 रुपये ज्यादा चल रहे हैं. इस बार कच्ची अदरक जहां परचून की दुकान में 200 रुपये किलो बिक रही है. वहीं होलसेल में इसका रेट 100 रुपये किलो है. इसी तरह प्याज, आलू , भिंडी, घीया का रेट पहले से दोगुना हो गया है.

ग्राहकों का कहना है कि आज से एक सप्ताह पहले सभी सब्जियां 15 से 20 रुपये किलो मिल रही थी. लेकिन बरसात शुरू होते ही सब्जियों और खासकर टमाटर के दाम लोगों और गृहणियों की जेब से बाहर हो गए हैं.

20 रुपये किलो वाला टमाटर 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाली मटर अब 80 रुपये किलो बिक रही है. वहीं 15 रुपये किलो बिकने वाला बैंगन 40 रुपये किलो बिक रह है. 10 रुपये किलो बिकने वाला खीरा 40 रुपये किलो बिक रहा है. 80 से 100 रुपये किलो बिकने वाला अदरक अब 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सब्जियों की बढ़ती महंगाई ने हर वर्ग को प्रभावित कर दिया है.

एक सप्ताह में दोगुने हुए सब्जियो के दाम

प्याज और टमाटर व्यापारी हर्ष की माने तो यहां सब्जियों और टमाटर के दाम बरसात की वजह से बढ़ रहे हैं. उनका तर्क है कि ये दाम हर साल बढ़ते हैं, क्योंकि लोकल सब्जी खत्म हो जाती है और बाहर से मंगवाने पर महंगी पड़ती है. जिस कारण सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं.

होलसेल आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान संजय बहल का कहना है कि टमाटर की आवक ऊपर से कम आ रही है और बरसात के कारण टमाटर तेजी से खराब हो जाता है. इसलिए टमाटर के दाम तेज हैं.

अंबाला: बरसात का मौसम शुरू होते ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. आलम ये है कि 15 से 20 रुपये किलो बिकने वाली सब्जी अब 35 से 40 रुपये किलो बिकने लगी है. लोगों का कहना है कि सरकार को सब्जी के रेट नियंत्रित करने चाहिए.

अंबाला में प्याज और अदरक के रेट दोगुने हो चुके हैं. वहीं परचून की दुकानों और रेहड़ी वालों के रेट होल सेल मंडी से 10 से 20 रुपये ज्यादा चल रहे हैं. इस बार कच्ची अदरक जहां परचून की दुकान में 200 रुपये किलो बिक रही है. वहीं होलसेल में इसका रेट 100 रुपये किलो है. इसी तरह प्याज, आलू , भिंडी, घीया का रेट पहले से दोगुना हो गया है.

ग्राहकों का कहना है कि आज से एक सप्ताह पहले सभी सब्जियां 15 से 20 रुपये किलो मिल रही थी. लेकिन बरसात शुरू होते ही सब्जियों और खासकर टमाटर के दाम लोगों और गृहणियों की जेब से बाहर हो गए हैं.

20 रुपये किलो वाला टमाटर 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है. 40 रुपये प्रति किलो बिकने वाली मटर अब 80 रुपये किलो बिक रही है. वहीं 15 रुपये किलो बिकने वाला बैंगन 40 रुपये किलो बिक रह है. 10 रुपये किलो बिकने वाला खीरा 40 रुपये किलो बिक रहा है. 80 से 100 रुपये किलो बिकने वाला अदरक अब 200 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. सब्जियों की बढ़ती महंगाई ने हर वर्ग को प्रभावित कर दिया है.

एक सप्ताह में दोगुने हुए सब्जियो के दाम

प्याज और टमाटर व्यापारी हर्ष की माने तो यहां सब्जियों और टमाटर के दाम बरसात की वजह से बढ़ रहे हैं. उनका तर्क है कि ये दाम हर साल बढ़ते हैं, क्योंकि लोकल सब्जी खत्म हो जाती है और बाहर से मंगवाने पर महंगी पड़ती है. जिस कारण सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं.

होलसेल आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान संजय बहल का कहना है कि टमाटर की आवक ऊपर से कम आ रही है और बरसात के कारण टमाटर तेजी से खराब हो जाता है. इसलिए टमाटर के दाम तेज हैं.

Intro:बरसात का मौसम शुरू होते ही होलसेल मंडी और परचून मंडी में सब्जियों के रेट आसमान छूने लग गए हैं । 15 से 20 रुपये किलो वाली सब्जी अब 35 से 40 रुपये बिकने लग गई है । टमाटर के दाम ने तो ग्राहकों के चेहरे भी लाल कर दिए हैं । लोगों का कहना है कि सरकार को सब्जी के रेट नियंत्रित करने चाहिए और मंडी आढ़ती सब्जी और टमाटर की आवक कम होने के कारण रेट में बढ़ोतरी बता रहे हैं । केबिनेट मंत्री अनिल विज भी बरसातों के सीजन में सब्जियां महंगी होने की बात स्वीकारते हैं ।Body:अंबाला में जहाँ पहले प्याज और अदरक लोगों को आंसू रुला चुका है वहीँ अब परचून दुकानों और रेहड़ी वालों के रेट हॉल सेल मंडी से 10 से 20 रुपये जयादा चल रहे हैं । इस बार कच्ची अदरक जहाँ परचून में 200 रुपये किलो बिक रही है वहीँ होलसेल में इसका रेट 100 रुपये किलो है । इसी तरह प्याज, आलू , भिंडी, घीया का रेट पहले से दोगुना यानि 40 से 60 रुपये हो गया है वहीँ टमाटर के दाम सुनकर तो ग्राहकों के चेहरे लाल कर डाले हैं । ग्राहकों का कहना है आज से एक सप्ताह पहले सभी सब्जियां 15 से 20 रुपये किलो मिल जाया करती थी लेकिन बरसात शुरू होते ही सब्जियों और खासकर टमाटर के दाम लोगों और गृहणियों की जेब से बाहर हो गए हैं । 20 रुपये किलो वाला टमाटर 60 से 80 रुपये किलो बिक रहा है । लोगों की मांग है कि सरकार को सब्जी के रेट पर नियंत्रण लगाना चाहिए ।

बाईट :--1 से 3 ग्राहक ।

वीओ :-- वहीँ होलसेल मंडी में आलू, प्याज और टमाटर व्यापारी हर्ष की माने तो यहां सब्जियों और टमाटर के दाम बरसात की वजह से बड़ रहे हैं । उनका तर्क है यह दाम हर साल बढ़ते हैं क्योंकि लोकल सब्जी खत्म हो जाती है और बाहर से मंगवाने पर महँगी पड़ती है जिस कारण सब्जियों के दाम बढ़ जाते हैं । उनका कहना है कि पहाड़ की सब्जी शुरू हो जाती है और पहाड़ो पर अब बरसाते शुरू हैं जिस कारण हर चीज के दाम ऊँचे हो जाते हैं । ऊपर बरसात काम होने से सब्जी काम आती है और खपत जयादा है लिहाजा दाम बड़ जाते हैं ।

बाईट :-- हर्ष - होलसेल व्यापारी ।

वीओ :-- होलसेल आढ़ती एसोसिएशन के प्रधान संजय बहल का कहना है कि टमाटर की आवक ऊपर से कम आ रही है और बरसातों के कारण यह खराब हो जाता है इसलिए टमाटर के दाम तेज हैं । उनका कहना है कि बाकि सब्जियां इस मार्कीट में सस्ती हैं लेकिन परचून वाले ज्यादा रेट वसूलते हैं । उन्होंने कहा कि बरसातों के बंद हो जाने के बाद इनके दाम कम हो सकते हैं क्योंकि ख़राब कम होने और आवक बढ़ने से यह सस्ते बिकेंगे । वहीँ कबिनेट मंत्री अनिल विज ने कहा कि बरसात के सीजन में हर बार सब्जियों के दाम में वृद्धि होती है और यह कुछ देर के लिए होती है, जैसे ही बरसात काम होगी टमाटर सहित सब्जियों के दाम कम हो जायेगे ।

बाईट :-- संजय बहल - होलसेल मंडी प्रधान ।
बाईट :-- अनिल विज - केबिनेट मंत्री ।Conclusion:
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