अंबाला: आज भारतीय वायु सेना में राफेल विमान को विधिवत शामिल कर लिया गया है. इस मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री की मौजूदगी में पारंपरिक सर्वधर्म पूजा अर्चना के साथ राफेल को एयरफोर्स के बेड़े में शामिल किया गया. बता दें कि राफेल को अंबाला एयरबेस पर 17 स्कवॉड्रन 'गोल्डन ऐरोज' में शामिल किया गया है.
भारत को अपनी विविधता के लिए जाना जाता है, जहां हर धर्म को समान दर्जा दिया गया है. इसका उदाहरण आज एक बार फिर अंबाला में देखने को मिला. जहां हिंदू रीति रिवाज के साथ-साथ सिख, ईसाई और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने पूजा अर्चना की. सभी धर्मों के गुरुओं ने बारी-बारी से राफेल को भारत की ताकत के रूप में बनाए रखने की कामना की. धर्मगुरुओं ने देश में शांति की दुआ मांगी और साथ ही देश के जवानों की सलामती की प्रार्थना की. पूजा की शुरुआत में पुजारी जी ने मंत्रोच्चार के साथ राफेल को वायुसेना में शामिल करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया, इसके बाद मुस्लिम धर्मगुरु ने दुआ पढ़ी और अल्लाह से हिन्दुस्तान के जवानों को ताकत देने को कहा.
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सर्वधर्म पूजा के बाद राफेल सुखोई और जगुआर ने फ्लाई पास्ट किया, जिसका सभी ने आनंद लिया और इस फ्लाई पास्ट के जरिए भारतीय वायुसेना ने अपनी ताकत का भी प्रदर्शन किया. इस दौरान खास तौर पर राफेल ने जिस तरीके के करतब दिखाए वो सभी के दांतो तले उंगली दबाने वाले थे. राफेल और तेजस की डिस्प्ले के साथ ही इस मौके पर एयरफोर्स के विधि के अनुसार राफेल को वॉटर कैनन का सलूट दिया गया. जिसके बाद वायुसेना प्रमुख ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया. उनके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी देश की जनता को संबोधित किया.
राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राफेल इंडक्शन सेरेमनी में फ्रांसीसी रक्षा मंत्री की मौजूदगी के लिए वो पूरे देश की ओर से उनका स्वागत करते हैं. उन्होंने कहा कि ये एक ऐतिहासिक क्षण है और इस मौके पर पूरा देश गौरवान्वित है. उन्होंने कहा कि राफेल का वायुसेना में शामिल होना भारत और फ्रांस के प्रगाढ़ संबंधों का प्रमाण है.