अंबाला: केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि बिल पर संग्राम जारी है. भारतीय किसान यूनियन समेत कई किसान संगठनों की ओर से आज भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसमें देश के 31 संगठन शामिल हो रहे हैं. भारत बंद का असर अंबाला में दिखना शुरू हो गया है.
अंबाला के शंभू बॉर्डर पर हजारों किसान धरने पर बैठ गए हैं. किसानों के समर्थन में पंजाबी सिंगर भी उतरे हैं. लगभग 10 से 15 पंजाबी गायक और भारी संख्या में किसानों ने दिल्ली अमृतसर नेशनल हाईवे को जाम करा है. कृषि बिल के खिलाफ चल रहे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने मशहूर पंजाबी सिंगर सिप्पी गिल भी पहुंचे.
ईटीवी भारत से बातचीत में पंजाबी गायक सिप्पी गिल ने बताया कि ये विधेयक किसान हितैषी नहीं बल्कि किसान विरोधी हैं. जब तक सरकार इन विधेयकों को वापस नहीं लेती हमारा धरना प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि सरकार लगातार पंजाब को खोखला बनाने में लगी हुई है, लेकिन इस बार किसानों के साथ कोई ज्यादती नहीं होने दी जाएगी.
वहीं उन्होंने कुरुक्षेत्र के पिपली में हुए किसानों पर लाठीचार्ज की भी निंदा की. उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन शांतिप्रिय था सरकार को इसकी जांच करवानी चाहिए. उन्होंने कहा कि भले ही सरकार उनपर लाठीचार्ज कर ले, लेकिन बुजुर्ग किसानों पर लाठियां ना चलाई जाए.
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गौरतलब है कि संसद से पारित हुए कृषि विधेयकों के खिलाफ किसानों में आक्रोश है. पंजाब और हरियाणा के अलावा देशभर के कई किसान संगठन आज भारत बंद का आह्वान करते हुए सड़क पर उतरे हैं. विधेयकों के प्रावधानों के खिलाफ किसान सरकार से इस बिल को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. कई किसान संगठनों का कहना है कि सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को किसानों का कानूनी अधिकार घोषित करे. इसके अलावा भी कई प्रावधानों को लेकर किसानों में असंतोष है.