अंबाला: दूसरे राज्यों से पंजाब में एंट्री करने वाले गाड़ी चालकों के लिए अब पंजाब सरकार ने कोवा पंजाब एप पर रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. पंजाब के सभी बॉर्डर पर पुलिस और मेडिकल टीम की ओर से चेकिंग की जा रही है. एप होने पर ही पंजाब आने दिया जा रहा है अन्यथा चालकों को पंजाब बॉर्डर से ही वापस लौटा दिया जा रहा है.
पंजाब सरकार के आदेश के बाद अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर भी पुलिस की ओर से सख्ती से चेकिंग की जा रही है. अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाइवे पर पंजाब पुलिस की ओर से नाकेबंदी की गई है. पुलिसकर्मी वाहनों के ई-रजिस्ट्रेशन की चेकिंग कर रहे है. अगर किसी वाहन चालक ने ई-रजिस्ट्रेशन कोवा पंजाब एप में नहीं किया है तो वहां मौजूद स्वास्थ्यकर्मी वाहन चालक की स्क्रीनिंग करने के बाद उसका ई-रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं. जिसके बाद ही उन्हें पंजाब आने दिया जा रहा है.
हाईवे पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंजाब सरकार की ओर से हाल ही में ये दिशा-निर्देश जारी किए हैं. जिसके चलते आमजन की सुविधा के लिए ई-रजिस्ट्रेशन करवाने का बंदोबस्त भी किया गया है, लेकिन अगर कोई वाहन चालक नियमों का पालना करने का विरोध करता है तो उसे बॉर्डर से ही वापस भेज दिया जाता है.
ये भी पढ़िए: फरीदाबाद में 2-3 दिन रुका था विकास दुबे! कानपुर गोलीकांड में शामिल कार्तिकेय उर्फ प्रभात गिरफ्तार
इस बीच अंबाला-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर वाहनों की लंबी कतार और लंबा जाम भी देखने को मिल रहा है. वहीं आमजन ने भी पंजाब सरकार की ओर से उठाए गए इन कदमों को सराहा, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे पर लग रहे लंबे जाम को बेहतर तरीके से व्यवस्थित किया जा सकता है.
क्या है COVA पंजाब एप की खासियत?
कोरोना वायरस को लेकर पंजाब सरकार की ओर से ये मोबाइल एप लॉन्च किया गया है. इस एप की खास बात ये है कि ये लोगों को कोरोना से बचाव और सावधानियों के बारे में जानकारी देता है. ये मोबाइल एप पंजाब के मुख्य सचिव करन अवतार सिंह की अध्यक्षता में स्टेट मैनेजमेंट कोविड-19 ग्रुप की उच्च-स्तरीय बैठक में लॉन्च किया गया है. इस मोबाइल एप से लोगों को ऐसे लक्षणों को पहचानने में मदद मिलेगी जो कोरोना वायरस के संभावित लक्षण हो सकते हैं. लोगों को नजदीकी अस्पताल और जिले में कोरोना के लिए विशेष नोडल अधिकारी की जानकारी भी मिल जाएगी.